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Air Pollution Tips: प्रदूषण से बचने के लिए कुछ आयुर्वेदिक उपाए

हर साल सर्दी पड़ते ही दिल्ली-NCR में प्रदूषण को कम करने के तमाम कोशिश की जाती है. सड़कों, पेड़-पौधों पर छिड़काव किया जाता है. बहुत सारी कोशिशों के बाद भी एयर पॉल्यूशन भयानक होता जा रहा है.

News Nation Bureau
| Edited By :
15 Nov 2021, 12:57:18 PM (IST)

New Delhi:

आजकल अपने आप को प्रदूषण से बचाना एक चुनौती बन गया है. मास्क, स्कार्फ़ हर एक चीज़ प्रदूषण में हमें सिर्फ बाहर से बचा सकती है लेकिन इस प्रदूषण से निकलने वाले विषैली चीज़ों से हमें खुद ही बचना पड़ेगा. हम उन खतरों से लड़ते हैं जो हमें दिखते हैं या जो हमें बाहर से नुक्सान पहुंचाते हैं. लेकिन कई बार, ऐसे गंभीर मसले को उतना ध्यान नहीं देते, जो साइलेंट किलर हैं. एयर पॉल्यूशन को ही ले लीजिए. हर साल सर्दी पड़ते ही दिल्ली-NCR में प्रदूषण को कम करने के तमाम कोशिश की जाती है. सड़कों, पेड़-पौधों पर छिड़काव किया जाता है. बहुत सारी कोशिशों के बाद भी एयर पॉल्यूशन भयानक होता जा रहा है. आये दिन लोगों को खासी, ज़ुखाम, बुखार, सास लेने में दिक्कत जैसी परेशानियों से झूझना पड़ रहा है. 

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तेजी से बढ़ रहे एयर पॉल्यूशन को लेकर चेतावनी दी है और साफ-साफ कहा है कि भारत में एयर पॉल्यूशन का लेवल काफी सीवियर है और ये बच्चों और बुजुर्गों की सेहत के लिए बड़ा ख़तरा है. 15 साल से कम उम्र के लगभग 93 परसेंट बच्चे जहरीली हवा में सांस लेते हैं. भारत समेत साउथ एशिया में हर साल करीब 1 लाख 30 हजार बच्चों के मौत की वजह एयर पॉल्यूशन है. 

बच्चों के मामले में आपको इस समय थोड़ा और सतर्क रहना चाहिए. जहरीली हवा तेजी से बच्चों के लंग्स पर अटैक करती है, जिससे फेफड़े कमजोर हो जाते हैं और बड़े होने पर अस्थमा होने का डर रहता है. इतना ही नहीं, हवा में मौजूद छोटे-छोटे कण सांस के जरिए बच्चों के लंग्स में और फिर ब्लड में चले जाते हैं. नतीजा बच्चे कई गंभीर बीमारियों से परेशान रहते हैं. 

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ऐसे प्रदूषण में अपने आप को और अपने बच्चों को कैसे बचाएँ ये ऐसे ही कुछ आयुर्वेदिक हम आपको बताने जा रहे हैं. जैसे अगर सास की बीमारी या खासी या फिर लंग कैंसर जैसी बिमारी आपको प्रदुषण के वजह से हो रही है तो आप दूध में कच्ची हल्दी पकाएं या हल्दी-दूध में शिलाजीत मिलाएं. हल्दी दूध लंग्स के लिए फायदेमंद है. 

अगर आपको गले में ऐलर्जी है तो आप नमक पानी से गरारा करें या सरसों तेल से नस्यम या मुलैठी चूसने भी गले को बहुत आराम मिलता है. 

ऐसे ही अगर आपको स्किन ऐलर्जी हो गयी है तो आप एलोवेरा ,नीम , मुल्तानी मिट्टी, हल्दी, देसी कपूर को इस्तेमाल कर सकती हैं.

इसी के साथ इस बढ़ते प्रदूषण में अच्छी सेहत के लिए आप मल्टीग्रेन दलिया डायजेशन के लिए बहुत अच्छा होता है सर्दी में लौकी-गाजर का जूस पिएं नाश्ते में अंकुरित खाएं. ये कुछ उपाए आपको और आपके परिवार को प्रदूषण से बचा सकते हैं.