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White Fungus से आंतों में हुआ छेद, विश्व का ये पहला केस

महिला को सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों को व्हाइट फंगस की वजग से उसकी आंतों में छेद मिला है. 49 साल की महिला 13 मई 2021 को सर गंगा राम अस्पताल के इमरजेंसी में लाई गई. ये दुनिया में इस तरह का पहला मामला है.

News Nation Bureau
| Edited By :
27 May 2021, 10:24:26 AM (IST)

highlights

  • व्हाइट फंगस से मरीज की आंतों में छेद हुआ
  • दुनिया में इस तरह का ये पहला मामला सामने आया
  • कैंसर और कोरोना से मरीज हो गया था बहुत कमजोर

नई दिल्ली:

कोरोना की दूसरी लहर (Corona 2nd Wave) का प्रकोप थमा भी नहीं था कि देश में एक और खतरनाक बीमारी दस्तक दे दी. ब्लैक फंगस (Black Fungus) के बाद व्हाइट फंगस (White Fungus) जमकर कहर बरपा रहा है. इस खतरनाक बीमारी की वजह से एक मरीज की आंतों में छेद हो गया. इस तरह का विश्व का ये पहला मामला भारत में मिला है. इस महिला को सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों को व्हाइट फंगस की वजग से उसकी आंतों में छेद मिला है. 49 साल की महिला 13 मई 2021 को सर गंगा राम अस्पताल के इमरजेंसी में लाई गई. उसके पेट में असहनीय दर्द था एवं उल्टियों के साथ वह कब्ज से पीड़ित थी.

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कुछ समय पहले महिला का कैंसर की वजह से एक वक्ष हटाया गया और चार हफ्ते पहले कीमोथेरेपी खत्म हुई थी. अस्पताल में भर्ती करने के समय महिला बेहोस थी और उसे सांस लेने में काफी कठिनाई हो रही थी. सीटी स्कैन करने पर मरीज के पेट में हवा एवं तरल द्रव्य का आभास हुआ जोकि आंतो में छेद की निशानी है. सर गंगा राम अस्पताल के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. अनिल अरोड़ा के अनुसार मरीज की हालत काफी नाजुक थी. हमने तुरन्त उसके पेट में पाइप डालकर करीब एक लीटर पस एवं बाइल द्रव्य निकला गया. उसके बाद इमरजेंसी सर्जरी के लिए डॉक्टर समीरन नंदी की अध्यक्षता में बनी टीम द्वारा ऑपरेशन थिएटर ले जाया गया.

डॉ. समीरन नंदी ने बताया कि चार घण्टे चली इस मुश्किल सर्जरी में महिला की फूड पाइप, छोटी आंत एवं बड़ी आंत में हुए छेदो को बंद किया गया. छोटी आंत में हुए गैंगरीन को भी काटकर निकाल दिया गया. आंत के एक टुकड़े को बायोप्सी के लिए भेजा गया है. डॉ. अरोड़ा के अनुसार आंत से निकाले गए टुकड़ो की बायोप्सी से हमें पता चला कि आंतों में व्हाइट फंगस है, जिसने आंतो के अंदर खतरनाक फोड़ेनुमा घाव कर दिए थे, जिसकी वजह से खाने की पाइप से लेकर छोटी आंत एवं बड़ी आंत में छेद हो गए थे. मरीज की कोविड-19 एंटीबॉडी लेवल भी बढ़े हुए थे. खून की जांच करने पर शरीर के अंदर व्हाइट फंगस बढ़ा हुआ मिला. शीघ्र ही मरीज को ऐंटीफंगल ट्रीटमेंट पर शरू कर दिया गया जिससे उसकी हालत में काफी सुधार हुआ.

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डॉ. अरोड़ा ने कहा कि स्टेरॉयइड के इस्तेमाल के बाद ब्लैक फंगस के द्वारा आंत में छेद होने के कुछ मामले हाल ही में सामने आए है. लेकिन व्हाइट फंगस द्वारा कोविड-19 इन्फेक्शन के बाद खाने की नली, छोटी आंत एवं बड़ी आंत में छेद करने का मामला यह विश्वभर में पहला है. अभी तक व्हाइट फंगस द्वारा शरीर के अंदर तीन मुख्य भागों में कोविड-19 के बाद व्हाइट फंगस का मामला कहीं भी मेडिकल लिटरेचर में प्रकाशित नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि कैंसर और कोरोना के कारण मरीज के शरीर में बीमारी से लड़ने की क्षमता बहुत कम हो गयी थी. जिसके कारण व्हाइट फंगस ने उसकी आंतों को इतना ज्यादा नुकसान पहुंचा दिया.