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Bollywood Shocking: स्टारडम के अहंकार में Govinda ने ठुकराईं सैंकड़ों फ़िल्में, अब परदे पर वापसी भी लग रही मुश्किल

बॉलीवुड के जाने माने एक्टर और कॉमेडी किंग Govinda का 90s के दौर में कैसा स्टारडम रहा है ये तो सभी को पता है. लेकिन आज हम आपको गोविंदा से जुड़ा वो किस्सा बताने जा रहे हैं जब इसी स्टारडम के चलते उन्होंने कई फिल्मों को ठुकरा दिया था.

News Nation Bureau
| Edited By :
09 Jan 2022, 12:29:39 PM (IST)

नई दिल्ली :

Govinda बॉलीवुड के 'Hero no. 1' थे, हैं और हमेशा रहेंगे. गोविंदा फिल्मी जगत के उन एक्टर्स में से एक हैं जिनका दौर कभी ख़त्म नहीं होगा. बॉलीवुड के कॉमेडी किंग कहे जाने गोविंदा ने फिल्म 'लव-86' (Love 86) से फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू किया था. उस समय इस फिल्म ने बॉक्स-ऑफिस पर धमाल मचा दिया था, जिसकी वजह से गोविंदा का एक्टिंग करियर ऊंचाइयों को छुने लगा. उन्हें बैक-टू-बैक कई फिल्में ऑफर हुईं. उन्होंने कई फिल्में साइन भी कीं. अपने डेब्यू के बाद महज चार साल में गोविंदा की 70 फिल्में रिलीज हुईं. जो अपने आप में एक नायाब रिकॉर्ड था. 

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1987 में रिलीज हुई फिल्म 'घर में राम, गली में श्याम' (Ghar Mein Ram, Gali Mein Shyam) के सेट पर किए गए एक इंटरव्यू में अभिनेता ने फिल्म उद्योग में अपनी शुरुआत के बारे में बात की और बताया कि कैसे वह एक ही समय में कई स्क्रिप्ट्स पर काम कर रहे थे. इस इंटरव्यू के दौरान गोविंदा ने खुलासा किया था कि उस दौर में उनके पास 70 फिल्में थी. हैरान कर देने वाली ये है कि गोविंदा ने ये फिल्में 1 साल या 2 साल में नहीं बल्कि एक ही वक्त पर साइन की थीं. इसी बीच गोविंदा ने ये भी बताया कि स्टारडम और टाइट शेड्यूल के चलते उन्होंने कई फिल्मों को ठुकरा भी दिया था. समय न मिल पाने के कारण गोविंदा ने पूरी 10 फिल्मों में काम करने से इनकार कर दिया था जिसके बाद हाल ये हुआ कि फिल्मों के निर्माताओं ने फिल्म को बंद करने का फैसला लिया. 

गोविंदा के मुताबिक़, इंडस्ट्री में एक नए लड़के का आना और आते ही इतनी सारी फिल्में उसे मिल जाना बेहद ही चौंकाने वाला और हैरतंगेज था. उस दौर में गोविंदा का चार्म ऐसा था कि हर प्रोड्यूसर गोविंदा को अपनी फिल्म में बतौर हीरो कास्ट करना चाहता था. ये वो वक्त था जब गोविंदा के पास इतना काम था कि कई बार तो उन्हें एक दिन में ही पांच पांच फिल्मों के शूट मैनेज करने पड़ते थे. 

गोविंदा का मानना है कि उन्होंने कभी एक जैसे किरदार नहीं किए. वो हमेशा ही परदे पर एक वर्सटाइल एक्टर के रूप में ही उभरे हैं. पहली रिलीज 'लव-86' में जहां उन्होंने रोमांटिक कॉमेडी और डांस किया था. वहीं, 'इल्जाम' में उनका रोल इमोशनल था. फिर, 'प्यार करके देखो' में जोरदार कॉमेडी थी. इसके बाद 'नीलम के साथ सिंदूर है', जो पारिवारिक विषय के साथ कुल सामाजिक फिल्म थी. 

बता दें कि गोविंदा 90 के दशक में सबसे अधिक मांग में थे. उद्योग में तीन दशकों से अधिक समय के बाद भी वह आज भी अभिनय कर रहे हैं. उनकी आखिरी फिल्म 2019 में रिलीज हुई थी.