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कादर खान से कपिल शर्मा तक, इन्होंने खूब हंसाया है

आज भले ही एक्‍टर्स कॉमेडी करने लगे हों लेकिन गुजरे जमाने में हास्‍य कलाकारों की फ‍िल्‍म में एक अलग जगह होती थी. ऐसे कई कलाकार हैं जिन्‍होंने सैकड़ों फ‍िल्‍मों में हास्‍य अभिनेता के रूप में रोल निभाया.

News Nation Bureau
| Edited By :
02 Jul 2021, 06:53:43 PM (IST)

highlights

  • ये एक्टर कॉमेडी की दुनिया के बादशाह हैं
  • इनकी कॉमिक टाइमिंग बहुत जबदरस्त है

नई दिल्ली:

हिंदी स‍िनेमा में जितना अहम रोल एक्‍टर्स का होता है, उससे कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण काम होता है हास्‍य कलाकारों का. हर फ‍िल्‍म में दर्शकों को गुदगुदाने के लिए कॉमेडी सीन्‍स जरूर डाले जाते हैं. आज भले ही एक्‍टर्स कॉमेडी करने लगे हों लेकिन गुजरे जमाने में हास्‍य कलाकारों की फ‍िल्‍म में एक अलग जगह होती थी. ऐसे कई कलाकार हैं जिन्‍होंने सैकड़ों फ‍िल्‍मों में हास्‍य अभिनेता के रूप में रोल निभाया. इनमें से कई  हास्‍य कलाकारों ने बड़ी पहचान भी पाई. इनमें कादर खान से लेकर कपिल शर्मा तक का नाम शामिल है. आइये एक नजर डालते हैं ऐसे ही कलाकारों पर...

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कादर खान- बॉलीवुड के लीजेंड्री एक्टर कादर खान ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत डायलॉग राइटर के तौर पर की थी. शुरुआती दिनों में विलेन के तौर पर एक्टिंग की शुरुआत की और देखते-देखते छा गए. कहते हैं कि कादर खान को जब कुछ काम नहीं मिल रहा था तो उन्हें मजबूरी में कॉमेडियन बनना पड़ा था. कादर ने इंटरव्यू के दौरान बताया था कि साउथ के एक प्रोड्यूसर ने उन्हें फिल्म में डायलॉग राइटिंग के लिए बुलाया था. मगर उसने कादर खान को कहा कि ‘आप जाकर सर जी से मिल लो.’ 

कादर ने पूछा ये ‘ये सर जी कौन है’, तो निर्माता ने अमिताभ की ओर इशारा करते कहा कि ‘क्या आप सरजी को नहीं जानते? अरे अमिताभ बच्चन.’ ये सुनते ही कादर ने पूछ लिया कि ‘ये सर जी कब से हो गए?’ ‘मैं अमिताभ को अमित कहकर ही बुलाता हूं और दोस्तों को, घरवालों को कभी भी इस तरह से संबोधित नहीं किया जाता है.’ बस यहीं से कादर पर मुसीबतों के पहाड़ टूटने लगे. 

अमिताभ की ही ‘गंगा जमुना सरस्वती’ के लिए संवाद लिख रहे कादर को आधी फिल्म लिखने के बावजूद फिल्म छोड़नी पड़ी. अमिताभ की ही फिल्म ‘खुदा गवाह’ से भी बाहर कर दिया गया. आगे भी कादर के हाथ में मौजूद फिल्में छीन ली गईं. कादर को लगता था कि अमिताभ से उनकी दोस्ती तब ही है, जब वे सिर्फ कलाकार थे, इतनी गहरी दोस्ती यारी में सर जी कहना सही नहीं है, मगर शायद वो दोस्ती, दोस्त के स्टारडम के आगे छोटी पड़ गई.

शक्ति कपूर- बॉलीवुड के खतरनाक विलेन शक्ति कपूर फिल्मों में आने से पहले सुनील दत्त के यहां नौकरी करते थे शक्ति कपूर, और इसके लिए उन्हें मात्र 1500 रुपये मेहनताना मिलता था लेकिन इस तरह फिर उनकी किस्मत पलटी. शक्ति कपूर अपने निगेटिव किरदारों के लिए ज्यादा पहचाने जाते हैं लेकिन इसमें जो उन्होंने कॉमेडी का तड़का लगाया इससे वे लोगों की पसंद बने रहे. अपने 39 साल के फिल्मी करियर में शक्ति कपूर ने लगभग 700 फिल्मों में काम किया है. एक्टर बनने से पहले शक्ति कपूर ने अपना नाम दो बार बदला है. जब शक्ति इंडस्ट्री में आए तो उनका नाम सुनील था फिर उनका नाम करण रखा गया. फिर बाद में सुनील दत्त और नरगिस ने इनका नाम शक्ति रख दिया.

असरानी- अंग्रेजों के जमाने के जेलर यानी असरानी अपने जमाने के मशहूर और लोकप्रिय हास्‍य कलाकार रहे. एक समय था जब उनके बिना कोई फ‍िल्‍म पूरी नहीं होती थी. असरानी ने 1967 में रिलीज हुई फिल्म 'कांच की चूड़ियां' से फिल्मों में कदम रखा. वैसे तो असरानी (Asrani) अधिकतर फिल्मों में साइड रोल किए हैं मगर 'चला मुरारी हीरो बनने' और 'सलाम मेमसाहब' जैसी फिल्मों में उन्होंने लीड एक्टर के तौर पर भी काम किया है. उनकी कॉमेडी को देखकर हर फ‍िल्‍म निमार्ता उन्‍हें अपनी फ‍िल्‍म का हिस्‍सा बनाना चाहता था. 

परेश रावल- हेराफेरी फ‍िल्‍म का नाम आता है तो परेश रावल का बाबू भइया का किरदार सामने आ जाता है. फिल्म ‘अंदाज अपना अपना’ में परेश रावल ने एक विलेन का किरदार निभाया था लेकिन इस विलेन को देखकर डर कम और हंसी ज्यादा आती थी. ऐसा उनकी कई फिल्मों में देखने को मिला. 80 और 90 के दशक में जहां परेश रावल विलेन बनते थे. तो वहीं आज वे अपनी जबरदस्त कॉमेडी से दर्शकों को खूब हंसाते हैं.

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जॉनी लीवर- कहते हैं कि पिता की शराब की लत से परेशान जॉनी लीवर ने एक बार तो सुसाइड करने का भी मन बनाया था लेकिन बाद में इरादा बदल गया. अपने संघर्ष के दिनों में जॉनी ने सड़कों पर पेन तक बेचे हैं. जॉनी लीवर ने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत 1986 में फिल्म लव 86 से की थी, लेकिन जिस भूमिका ने उन्हें सराहनीय पहचान दिलाई, वह थी बाजीगर में उनकी भूमिका बाबूलाल. दुल्हे राजा, कहो ना प्यार है, कोई मिल गया में उनके प्रदर्शन उनके कई अविस्मरणीय प्रदर्शन हैं.

राजपाल यादव- अपने अभिनय के दम पर एक खास मुकाम पाने वाले एक्टर राजपाल यादव (Rajpal Yadav) किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. अपनी कॉमिक टाइमिंग और अपनी पर्सनालिटी से लोगों का दिल जीतने वाले राजपाल बीते दो दशक से अधिक समय से फिल्मी दुनिया में काम कर रहे हैं.

विजय राज- विजय राज की कॉमेडी का अलग ही अंदाज है. वह भले ही थोड़ी ही देर के लिए स्क्रीन पर आएं, लेकिन उतनी देर में ही वह दर्शकों का दिल जीत लेते हैं. फिल्म 'रन' में उनका 'कौवा बिरयानी' वाला सीन काफी लोकप्रिय हुआ. विजय राज (Vijay Raaz) लड़की से छेड़छाड़ केस में जेल तक जा चुके हैं. 

संजय मिश्रा- संजय मिश्रा ने अपनी एक्टिंग के दम पर जबरदस्त पॉप्युलैरिटी हासिल की है. उन्हें उनकी बेहतरीन कॉमिक टाइमिंग के लिए जाना जाता है. एक वक्त ऐसा भी था जब संजय मिश्रा एक्टिंग छोड़कर ऋषिकेश के एक ढाबे में काम करने लगे थे. संजय कहते हैं कि यदि डायरेक्टर रोहित शेट्टी ना होते तो शायद वे ढाबे में ही काम कर रहे होते.

राजू श्रीवास्तव- स्टैंडअप कॉमेडियन (Comedian) में राजू श्रीवास्तव (Raju Srivastav) का कोई मुकाबला नहीं कर सकता है. उन्होंने अपनी कॉमेडी में ज्यादातर कानपुर परिवेश को शामिल किया और हिट हो गए. उनका एक किरदार जिसका नाम गजोधर है, काफी लोकप्रिय है. गजोधर भइया का किरदार निभाने के कारण बॉलीवुड के सितारे राजू को गजोधर भइया ही कहकर बुलाते हैं. 

कपिल शर्मा- कॉमेडी किंग कपिल शर्मा अपनी कॉमिक टाइमिंग के लिए जाने जाते हैं. आम से लेकर खास तक हर कोई कपिल की कॉमिक टाइमिंग का दिवाना है. उन्होंने अपने कॉमेडी शोज ‘द कपिल शर्मा शो’ से हर दिल में एक खास जगह बनाई है.