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5G टेक्नोलॉजी के खिलाफ दायर जूही चावला की याचिका खारिज, लगा 20 लाख का जुर्माना

दिल्ली हाईकोर्ट का मानना है कि जूही चावला और अन्य की ओर से दायर मुकदमे में तकनीकी खामी थी. कोर्ट ने कहा कि ऐसा लगता है कि ये सूट पब्लिसिटी हासिल करने के मकसद से दाखिल किया गया

News Nation Bureau
| Edited By :
04 Jun 2021, 11:20:22 PM (IST)

highlights

  • जूही चावला की याचिका दिल्ली हाईकोर्ट ने खारिज की
  • कोर्ट ने एक्ट्रेस पर जुर्माना भी लगाया
  • कोर्ट ने कहा कि पब्लिसिटी हासिल करने के लिए ऐसा किया गया

नई दिल्ली:

5जी टेक्नोलॉजी लागू करने के खिलाफ दायर बॉलीवुड अभिनेत्री जूही चावला (Juhi Chawla) की अर्जी दिल्ली हाईकोर्ट ने खारिज कर दी है. दिल्ली हाईकोर्ट का मानना है कि जूही चावला और अन्य की ओर से दायर मुकदमे में तकनीकी खामी थी. कोर्ट ने कहा कि ऐसा लगता है कि ये सूट पब्लिसिटी हासिल करने के मकसद से दाखिल किया गया. जूही चावला (Juhi Chawla) ने सोशल मीडिया पर वर्चुअल सुनवाई का लिंक भी शेयर किया. पुलिस उन लोगों का पता करें जिन्होंने सुनवाई के दौरान बाधा पहुंचाई, उचित एक्शन ले. कोर्ट ने जूही चावला और अन्य पर 20 लाख का जुर्माना भी लगाया. 

अभिनेत्री जूही चावला (Juhi Chawla) ने देश में 5जी वायरलेस नेटवर्क स्थापित करने के खिलाफ सोमवार को दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख किया था. जूही चावला (Juhi Chawla) ने इससे नागरिकों, जानवरों, वनस्पतियों और जीवों पर विकिरण के प्रभाव से संबंधित मुद्दों को उठाया था. 

Delhi High Court in its order said it appears that the suit was for publicity. Plaintiff Juhi Chawla circulated the link of the hearing on social media which created disruption thrice. Delhi Police shall identify the persons and take action against those who created disruption

— ANI (@ANI) June 4, 2021

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जूही ने कल एक इंस्टाग्राम वीडियो में कहा, 'लोग मुझसे पूछ रहे हैं कि मैं अचानक क्यों उठी और मुकदमा दायर किया. मैं उन्हें बताना चाहती हूं कि मैं आज नहीं उठी. मैं बोल रही हूं पिछले 10 वर्षों से विकिरण, सुरक्षित सेल फोन का उपयोग, सेल फोन टॉवर विकिरण और जितना संभव हो सके जागरूकता फैलाने की कोशिश की.'

जूही चावला (Juhi Chawla) ने कहा "हमारे फोन रेडियो तरंगों पर काम करते हैं, जो हमारे वातावरण में बढ़ रहे हैं. 1जी से 2जी से 3जी से 4जी तक. अब 4जी से 5जी तक एक बहुत बड़ी छलांग है. विकिरण तेजी से बढ़ेगा. देखिए, आप जानते हैं, मॉडरेशन में सब कुछ ठीक है. लेकिन जब यह जरूरत से ज्यादा हो जाता है तो आपको इसके दुष्परिणामों के बारे में पता चलता है."

जूही चावला (Juhi Chawla) की याचिका में दावा किया गया है कि 5जी वायरलेस से मनुष्यों पर गंभीर, अपरिवर्तनीय प्रभाव और पृथ्वी के सभी पारिस्थितिक तंत्रों को स्थायी नुकसान पहुंचने का खतरा है. जूही चावला (Juhi Chawla), वीरेश मलिक और टीना वचानी ने याचिका दायर कर कहा है कि यदि 5जी संबंधी योजनाएं पूरी होती हैं तो पृथ्वी पर कोई भी व्यक्ति, कोई जानवर, कोई पक्षी, कोई कीट और कोई भी पौधा इसके प्रतिकूल प्रभाव से नहीं बच सकेगा