EC के आदेश के बाद ममता ने रद्द कीं बैठकें, अब वर्चुअल करेंगी रैलियां
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्विटर पर कहा कि 'देश भर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए और चुनाव आयोग के आदेश के मद्देनजर, मैं अपनी सभी निर्धारित बैठकों को रद्द कर रही हूं. अब हम लोगों तक वर्चुअल तरीके से पहुंचेंगे.
highlights
- ममता बनर्जी ने रद्द किए चुनावी कार्यक्रम
- अब वर्चुअल तरीके से करेंगी रैलियां
- पीएम मोदी भी वर्चुअल रैलियों को संबोधित करेंगे
नई दिल्ली:
कोरोना वायरस (Covid-19) की महामारी के मद्देनजर पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Election) में अब एक बार फिर से भीड़ एकत्र करने पर मनाही हो गई है. चुनाव आयोग (Election Commission) ने अब सख्त रुख अपनाते हुए राज्य में सभी पार्टियों के रोड शो, साइकिल, बाइक या अन्य वाहन रैलियों को कैंसिल कर दिया है. जिसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने भी अपने सारे चुनावी कार्यक्रमों को कैंसिल कर दिया है. ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने खुद इस बात की जानकारी दी. इससे पहले चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में रोड शो पर पाबंदी लगा दी है.
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मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्विटर पर कहा कि 'देश भर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए और चुनाव आयोग के आदेश के मद्देनजर, मैं अपनी सभी निर्धारित बैठकों को रद्द कर रही हूं. अब हम लोगों तक वर्चुअल तरीके से पहुंचेंगे. उन्होंने आगे लिखा कि हम शीघ्र ही वर्चुअल बैठकों की लिस्ट साझा करेंगे.
22 अप्रैल शाम 7 बजे से लागू हुआ आदेश
इससे पहले चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में रोड शो पर पाबंदी लगा दी है. यह पाबंदी 22 अप्रैल शाम 7 बजे से ही लागू कर दी गई है. चुनाव आयोग ने एक आदेश जारी कर कहा है कि किसी भी पार्टी ने आयोग के दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया है इसलिए मजबूर होकर चुनाव आयोग यह क़दम उठा रहा है. नए आदेश के अनुसार किसी भी पार्टी को रोड शो, बाइक शो या किसी भी तरह के चुनावी शो की इजाजत नहीं दी जाएगी. अगर किसी को पहले ही इसकी इजाजत दी जा चुकी है तो भी उस आदेश को रद्द कर दिया जाता है.
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पब्लिक मीटिंग में अब सिर्फ 500 लोगों को इजाजत
किसी भी पार्टी को पब्लिक मीटिंग करने की इजाजत होगी जिनमें अधिकतम 500 लोग शामिल हो सकेंगे लेकिन इसकी शर्त यह होगी कि मीटिंग के लिए पर्याप्त जगह होनी चाहिए जहां सोशल डिस्टेंसिंग जैसे कोरोना नियमों का पालन किया जा सके. इससे पहले भी चुनाव आयोग ने सभी दलों को सावधान किया था. चुनाव आयोग ने कलकत्ता हाईकोर्ट का हवाला देते हुए पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार के लिए प्रमुख राजनीतिक दलों को नई चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि वे कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें, अन्यथा कार्रवाई होगी.