शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पकौड़े तलने वाली बात फिर दोहराई, छात्रों को दिया ये संदेश
कोलकाता के सेंट जेवियर्स विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे शशि थरूर.
highlights
- Shashi Tharoor कोलकाता में सेंट जेवियर्स विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में लिया हिस्सा.
- भारत की शिक्षा प्रणाली के बारे में की बात.
- पीएम मोदी पर भी कसा तंज.
नई दिल्ली:
कांग्रेस के Thiruvananthapuram, Kerala से सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने शनिवार को कहा कि मानव अधिकारों और बुनियादी स्वतंत्रता (Human Rights and Fundamental Freedoms) को बनाए रखने के लिए शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण साधन है। कोलकाता में सेंट जेवियर्स विश्वविद्यालय (St Xavier’s University in Kolkata) के पहले दीक्षांत समारोह (convocation) में बोलते हुए, उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक संवाद और प्रभावी नेतृत्व के माध्यम से विवादों को हल करने के लिए भी शिक्षा की आवश्यकता है।
शशि थरुर ने नफरत फैलाने वाले और विभाजनकारी एजेंडे को चुनौती देने के लिए समाज को शिक्षा का सहारा लेने की बात कही. भारत की शिक्षा प्रणाली के बारे में उन्होंने कहा है कि हम योग्यता और नौकरियों के बीच होने वाले गैप की प्रणाली से पीड़ित है.
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इसका मतलब ये है कि जो शिक्षा हमें दी जा रही है उसकी जॉब मिलने वाली योग्यता से कोई मेल ही नहीं है. जिसे इंग्लिश में सीधे शब्दों में स्किल मिसमैच (Skill Mismatch) के नाम से जानते हैं. Skill mismatch का मतलब हो गया कि जो शिक्षा से हमें दी जा रही है उसकी इंडस्ट्री में कोई आवश्यकता ही नहीं है और इंडस्ट्री में जिस स्किल की आवश्यकता होती है वो स्किल हमारी शिक्षा से कम ही विकसित हो पाता है.
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शशि थरुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तंज कसते हुए शशि थरुर ने कहा कि जब आपको ये ही नहीं पता होगा कि आपको ग्रेजुएशन के बाद क्या करना है तो कुछ राजनेता आपको पकौड़े तलने का सुझाव देंगे.