भारत में 58 फीसदी संपत्ति पर 1 फीसदी आबादी का कब्जा
भारत में 70 सालों में गरीब-अमीर के बीच का असंतुलन दुनिया के औसत से भी ज्यादा है।
highlights
- भारत में गहराई अमीरी-गरीबी की खाई, 58 फीसदी संपत्ति पर केवल 1 फीसदी आबादी का कब्जा
- देश के 57 सबसे अमीर लोगों के पास करीब 15 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति
- देश के सबसे अमीर लोगों मुकेश अंबानी, दिलीप सांघवी और अजीम प्रेमजी का नाम शामिल
नई दिल्ली:
भारत में 70 सालों में गरीब-अमीर के बीच का असंतुलन दुनिया के औसत से भी ज्यादा है। इस असंतुलन में में गरीब की गरीबी बढ़ी और अमीर की अमीरी बढ़ी है। इस बात का अंदाजा आप अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संस्था ऑक्सफेम की स्टडी के नतीजे से लगा सकते है।
ऑक्सफेम की स्टडी के मुताबिक भारत की 58 फीसदी संपत्ति पर केवल 1 फीसदी आबादी का कब्जा है। यह आंकड़ा 50 फीसदी के वैश्विक आंकड़े से ज्यादा है। भारत के 57 सबसे अमीर लोगों के पास करीब 15 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति है। इतनी ही राशि देश के उन 70 प्रतिशत लोगों के पास है जो आर्थिक हैसियत के हिसाब से निचले पायदान पर खड़े हैं
दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमी फ़ोरम (डब्ल्यूईएफ) की सालाना बैठक से पहले जारी की गयी इस रिपोर्ट के अनुसार भारत में कुल 84 अरबपति हैं जिनके पास करीब 16 लाख करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति है।
अरबपतियों को इस सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के मालिक मुकेश अंबानी कुल 1.31 लाख करोड़ रुपये की कुल संपत्ति के साथ पहले स्थान पर हैं। उनके बाद दिलीप सांघवी ( करीब 1.13 लाख करोड़) और अजीम प्रेमजी (1.02 लाख करोड़) का नंबर है।