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भतीजे और भाभी के समर्थन में आए पशुपति पारस, कहा- हमारी भाभी जी....

चिराग के चाचा जी पशुपति पारस ने भी इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. पशुपित पारस भतीजे चिराग पासवान का समर्थन करते नजर आ रहे हैं. 

Updated on: 18 Apr 2024, 05:37 PM

highlights

  • भतीजे और भाभी के समर्थन में आए पशुपति पारस
  • कहा- अभद्र भाषा का प्रयोग किए जाने की घोर निंदा करता हूं
  • हमारी भाभी जी के बारे में अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल

Patna:

बिहार में आरजेडी नेता के द्वारा जमुई में चिराग पासवान और उनकी मां के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया गया. इससे जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. वीडियो वायरल होने के बाद चिराग इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भावुक हो गए तो दूसरी तरफ भाजपा नेता लगातार आरजेडी से उन तमाम नेताओं पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं. इस वीडियो में देखा जा रहा है कि कैसे तेजस्वी यादव के सामने आरजेडी कार्यकर्ता गाली गलौज कर रहे हैं. एनडीए के तमाम नेताओं के बाद अब चिराग के चाचा जी पशुपति पारस ने भी इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. पशुपित पारस भतीजे चिराग पासवान का समर्थन करते नजर आ रहे हैं. 

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भतीजे के समर्थन में आए चाचा पशुपति पारस

पशुपति पारस ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल पर ट्वीट कर लिखा कि जमुई में तेजस्वी यादव की सभा में हमारी भाभी जी के बारे में अमर्यादित एवं अभद्र भाषा का प्रयोग किए जाने की घटना की घोर निंदा करते हैं. इस प्रकार की भाषा माफ़ी के योग्य नहीं हैं. बता दें कि वायरल वीडियो पर चिराग पासवान ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि तेजस्वी के व्यवहार से दुखी हूं. तेजस्वी से मेरा रिश्ता काफी पुराना है और वे मेरे छोटे भाई की तरह है. मेरे छोटे भाई वहां खड़े थे. हम लोग अलग-अलग राजनीति पार्टी में हैं, इस वजह से हम एक-दूसरे को गाली तो नहीं देंगे. वहीं, एनडीए ने आरजेडी कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की मांग की है. एनडीए ने जाति सूचक शब्द का प्रयोग करके चिराग व उनकी मां को अपमानित किया है. भाजपा ने निर्वाचन आयोग से प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है. 

चिराग के सपोर्ट में भाजपा

भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने भी इस वीडिया पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि बिहार में यह क्या हो रहा है? महागठबंधन के लोग किस तरह की भाषा बोल रहे हैं? जिस तरह से चिराग पासवान और उनकी मां को खुलेआम गाली दी गई और तेजस्वी देखते रहे, उन्होंने किसी को रोका नहीं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है और कुछ नहीं हो सकता. बिहार की संस्कृति कभी गाली गलौज नहीं रही. इस तरह से तो पूरे बिहार को गाली दी गई है. इसकी जितनी निंदा की जाए, कम है. घटना की सख्ती से कार्रवाई होनी चाहिए.