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बांग्लादेश में अब इस्लामिक कट्टरपंथियों ने हिंदुओं के 65 घर फूंके

रविवार रात को चरमपंथियों ने रंगपुर के पीरगंज में 65 से ज्यादा हिंदुओं के घरों में आग लगा दी. इनमें से 20 घर तो पूरी तरह से जल कर खाक हो गए.

Updated on: 18 Oct 2021, 02:59 PM

highlights

  • 13 अक्टूबर से जारी है मां दुर्गा पंडालों समेत हिंदुओं पर हमले
  • रविवार देर रात इस्लामिक जेहादियों ने हिंदुओं के 65 घर फूंके
  • फेसबुक पर एक आपत्तिजनक पोस्ट के बाद उपजा था तनाव

ढाका:

नवरात्रि से बांग्लादेश में हिंदुओं के मंदिर और पंडालों पर इस्लामिक कट्टरपंथियों के शुरू हुए हमले बदस्तूर जारी हैं. अब तो हिंदुओं के घरों को भी निशाना बनाया जाने लगा है. अब पता चला है कि रविवार रात को चरमपंथियों ने रंगपुर के पीरगंज में 65 से ज्यादा हिंदुओं के घरों में आग लगा दी. इनमें से 20 घर तो पूरी तरह से जल कर खाक हो गए. इसके पहले दुर्गा पूजा के पंडाल में मूर्ति खंडित किए जाने के मामले सामने आए थे. यही नहीं, इस्कॉन के मंदिर में भी तोड़-फोड़ की गई थी. स्थानीय संघ परिषद के अध्यक्ष के मुताबिक कम से कम 65 हिंदुओं के घरों पर हमला कर उन्हें आग के हवाले कर दिया गया.

आपत्तिजनक पोस्ट से उपजा तनाव
हिंदुओं के घरों में आग लगाए जाने के पीछे एक सोशल मीडिया पोस्ट को जिम्मेदार बताया जा रहा है. बताते हैं कि एक शख्स ने फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट डाल दिया था, जिसके बाद तनाव पैदा हो गया. अफवाहों का बाजार गर्म होते ही उपद्रवियों ने उस शख्स के घर पर हमला बोल दिया. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसको तो सुरक्षा प्रदान कर दी, लेकिन उपद्रवियों ने आसपास के घरों को आग के हवाले कर दिया. ढाका ट्रिब्यून के अध्यक्ष मोहम्मद सादकुल इस्लाम ने बताया कि उपद्रवी जमात-ए-इस्लामी और छात्र शाखा इस्लामी छात्र शिविर की स्थानीय इकाई के छात्र थे. 

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विगत हफ्ते भर से जारी हैं हिंदुओं पर हमले
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमलों पर सोमवार को गृह मंत्री असदुज्जमां खान ने बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि जानबूझ कर देश का माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है. इन हमलों के पीछे एक सोची-समझी साजिश है. उन्होंने कहा था कि हमलों की जांच की जा रही है, जो भी दोषी होगा उसे सजा दी जाएगी. गौरतलब है कि बांग्लादेश में 13 अक्टूबर से हिंदुओं पर हमले शुरू हुए हैं. पहले दुर्गा पंडालों को निशाना बनाया गया और फिर हिंदुओं पर हमला किया गया. इन कट्टरपंथी घटनाओं में चार हिंदुओं की मौत हो गई थी, वहीं 60 से ज्यादा घायल हो गए थे. इसके बाद इस्कॉन मंदिर को भी निशाना बना तोड़फोड़ की गई थी.