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रवि किशन ने दलित के घर खाया खाना, नवाब मलिक ने कसा तंज

अभी तक रवि किशन ने नवाब मलिक के इस तंज का जवाब नहीं दिया है. वैसे यूपी की राजनीति में अभी ओबीसी समाज को खुश करने के लिए हर पार्टी प्रयास कर रही है.

Updated on: 15 Jan 2022, 08:40 PM

लखनऊ:

देश की राजनीति में जातीय समीकरण का बहुत महत्व है. पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. उत्तर प्रदेश में दलित और पिछड़े समाज की अहम भूमिका है. चुनाव को देखते हुए हर दल दलितों-पिछड़ों के यहां जा रहे हैं. जातीय सम्मेलन और सहभोज का सिलिसला चल रहा है. हर पार्टी इस वर्ग को अपने पाले में करना चाहती है. जब से स्वामी प्रसाद मौर्य और कुछ दूसरे दिग्गजों ने बीजेपी का दामन छोड़ा है, पार्टी के सामने इस वोट बैंक को बचाए रखना चुनौती बन गया है. अब उस चुनौती को कम करने के लिए दलित परिवारों के घर पर भोजन किया जा रहा है. सीएम योगी ने किया और अब रवि किशन भी उस दिशा में आगे बढ़ लिए हैं.

सोशल मीडिया पर सांसद रवि किशन ने कुछ तस्वीरें शेयर की हैं जहां पर वे किसी गरीब के घर भोजन कर रहे हैं. वे वहां पर लोगों को खाना बांटते भी दिख रहे हैं. उन तस्वीरों को साझा करते हुए रवि किशन ने लिखा है कि सबका साथ सबका विकास. अब ये तस्वीर सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर गई है. हर कोई इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है. लेकिन महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने तंज कस दिया है.

नवाब मलिक के मुताबिक, “रवि किशन खुद कागज के ग्लास में पानी पी रहे हैं वहीं गरीब को लोटे से पानी दिया गया है. इस बात पर वे ट्वीट कर लिखते हैं कि पत्तल, सलाद, पूरी और भाजी दर्शाता है की माल रसोइए का है. दलित लोटे में पानी पिये और अभिनेता कागज की गिलास में. वाह बचवा वाह.. ज़िंदगी झंड बा, फिर भी घमंड बा.”

अभी तक रवि किशन ने नवाब मलिक के इस तंज का जवाब नहीं दिया है. वैसे यूपी की राजनीति में अभी ओबीसी समाज को खुश करने के लिए हर पार्टी प्रयास कर रही है. एक तरफ सपा के पाले में क्योंकि बीजेपी से कई इस समाज के नेता शामिल हो लिए हैं, ऐसे में पार्टी गदगद है, वहीं दूसरी तरफ बीजेपी अपने उम्मीदवारों और 'खाना खाने वाली रणनीति' के तहत इस समाज को फिर साधने का प्रयास कर रही है.