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जेवर जिसे कोई जानता नहीं था आज देश का बना 'जेवर'

देश का नया 'जेवर' होगा एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट, इसकी खासियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां के आसपास के क्षेत्र में परियोजनाओं की बाढ़ आ चुकी है. कारोबार के लिहाज से यह एयरपोर्ट संजीवनी साबित होगा.

Updated on: 25 Nov 2021, 01:20 PM

highlights

  • यमुना एक्सप्रेसवे से एलिवेटेड सड़क सीधे एयरपोर्ट तक होगी
  • जेवर एयरपोर्ट से आईजीआई, दिल्ली को जोड़ने के लिए बनाए जाएंगे स्पेशल मेट्रो कॉरिडोर

नोएडा:

पीएम मोदी आज जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास करने वाले हैं. यह एशिया का सबसे बड़ा और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होने वाला है. इसकी खासियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गौतम बुद्ध नगर (Gautam Budh Nagar) में योजना और परियोजनाओं की बाढ़ आ गई है. एयरपोर्ट के कारण चार नए शहर बस रहे हैं. कारोबार के लिहाज से एयरपोर्ट को संजीवनी के तौर पर देखा जा रहा है. इस कारण यूपी ही नहीं देश के दूसरे हिस्सों में जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) से जुड़ीं 5 खास बातें चर्चा का विषय बन गई हैं. 

जेवर एयरपोर्ट तक पहुंचने में कोई परेशानी न हो, इसका खास ख्याल रखा गया है. यमुना एक्सप्रेसवे से एलिवेटेड सड़क सीधे एयरपोर्ट तक होगी. बल्लभगढ़ से बाईपास बनाकर दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेसवे को जोड़ने की योजना है. इसके साथ गंगा एक्सप्रेसवे को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा.

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इसी तरह ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को भी यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़कर वाहनों को जेवर एयरपोर्ट को रास्ता दिया जाएगा. वेस्टर्न यूपी के शहरों को सीधे एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए  दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे की मदद लेकर बुलंदशहर से एक नई सड़क तैयार होगी. दिल्ली वालों की सहुलियत को लेकर मयूर विहार से महामाया फ्लाई ओवर तक एलिवेटेड रोड को तैयार करने की योजना है.

सुपरफास्ट मेट्रो और पॉड टैक्सी को लेकर बनेगा स्पेशल कॉरिडोर

जेवर एयरपोर्ट से आईजीआई, दिल्ली को जोड़ने के लिए बनाए जाने वाले स्पेशल मेट्रो कॉरिडोर की लंबाई करीब 74 किमी होगी. इस कॉरिडोर का रूट लगभग तय कर लिया गया है. कॉरिडोर का रास्ता कई फेज में बांटा गया है. जेवर एयरपोर्ट से लेकर नॉलेज पार्क (ग्रेटर नोएडा) तक, नॉलेज पार्क से नोएडा और नोएडा से यमुना बैंक स्टेशन तक एलिवेटेड ट्रैक तैयार किया जाएगा. इसके साथ यमुना बैंक से नई दिल्ली (शिवाजी पार्क) तक अंडरग्राउंड कॉरिडोर तैयार किया जाएगा. ग्रेटर नोएडा से जेवर एयरपोर्ट तक पॉड टैक्सी चलाए जाने के लिए भी अथॉरिटी को हरी झंडी मिल चुकी है.

बोड़ाकी में बनेगा मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब

ग्रेटर नोएडा के बोड़ाकी में एक पुराना रेलवे स्टेशन है, मगर अब यहां मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब तैयार किया जाएगा. इसके लिए सात गांवों की 478 हेक्टेयर जमीन को अधिग्रिहित करा जा रहा है. जानकारों के अनुसार 80 जमीनों का अधिग्रहण किया जा चुका है. योजना के अनुसार रेलवे स्टेशन, मेट्रो ट्रेन और बस अड्डा भी तैयार किया जाएगा ताकि लोगों को आने जाने में परेशानी न हो. भारी-भरकम सामान को लेकर ट्रेन और बस का इंतजार न करना पड़े, इसके लिए स्काई वॉक ट्रैवलर बनाने की योजना का क्रियान्यवन शुरू हो गया है.