मृत्यु के पार ऐसा है भूतों का संसार, जानिए कौन होता है भूतों का राजा

भूत-प्रेत के बारे में हर किसी ने सुना ही होगा. लेकिन भूत-प्रेत के बारे में लोग जानना भी चाहते हैं और उन्हें डर भी लगता है. वहीं भूतों के बारे में गरुड़ पुराण में विस्तार से बताया गया है.

भूत-प्रेत के बारे में हर किसी ने सुना ही होगा. लेकिन भूत-प्रेत के बारे में लोग जानना भी चाहते हैं और उन्हें डर भी लगता है. वहीं भूतों के बारे में गरुड़ पुराण में विस्तार से बताया गया है.

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Nidhi Sharma
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भूत

भूत- प्रेत Photograph: (Freepik)

मरने के बाद हर व्यक्ति भूत बनता है. ऐसा गरुड़ पुराण में बताया गया है. यह निर्भर करता है कि आपने कर्म कैसे किए हैं और उसके द्वारा ही आपके पाप और पुण्य तय करते हैं कि मरने के बाद आप कौन-से भूत बनेंगे. हिंदू धर्म की मान्‍यताओं के अनुसार कर्म के आधार पर मरने वालों को कई श्रेणी में रखा गया है. जिसमें भूतों के 18 प्रकार बताए गए हैं. गरुड़ पुराण में बताया गया है कि पितर पक्ष में हम अपने अदृश्‍य हो चुके तिपरों का तर्पण करते हैं. जिसका मतलब होता है कि पितर हमारे आस-पास आत्‍मा या फिर भूत के रूप में रहते हैं. आइए आपको आज भूतों के राजा के बारे में बताते हैं और मरने के बाद भूतों का संसार कैसा होता है. 

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पिशाच 

सबसे पहले शुरुआत करते हैं पिशाचों के बारे में गरुड़ पुराण के मुताबिक जो भूत इंसानी खून पीते हैं उन्‍हें पिशाच कहा जाता है. मरने से पहले जिन मनुष्‍यों की इच्‍छाएं अधूरी रह जाती हैं वे मरने के बाद पिशाच योनी में जाते हैं. से पिशाच अक्सर उन लोगों के आस-पास रहते हैं जो उनके जीवित रहते हुए उन्‍हें परेशान करते थे.

चुड़ैल

गरुड़ पुराण के मुताबिक जो औरतें जिंदा रहते हुए काले जादू से दूसरों को परेशान करती हैं या फिर लोगों की जान लेती हैं वे मरने के बाद चुड़ैल बन जाती हैं. ऐसा माना जाता है कि चुड़ैल के पैर उलटे होते हैं और वे दूसरों को बिना वजह परेशान करती हैं. 

प्रेत आत्‍माएं

भूतों में प्रेत आत्‍माओं को सबसे खतरनाक माना जाता है. दरअसल प्रेत उन लोगों की आत्‍माएं होती हैं जो सिर्फ लोगों का बुरा करते हैं या फिर दूसरों को सिर्फ परेशान करते हैं. प्रेत बाधा होने पर व्‍यक्ति का दिमागी संतुलन पूरी तरह से बिगड़ जाता है. 

राक्षसी भूत

राक्षसी भूत वे होते हैं जो अपनी शक्तियों का प्रयोग दूसरों का बुरा करने में करते हैं. ऐसे लोग शैतानी शक्तियों को अपनी ताकत से बुलाकर उनको जिंदा लोगों को नुकसान पहुंचाने के लिए प्रयोग करते हैं. राक्षसी भूतों के बारे में कहा जाता है कि ये भगवान के नाम से डरते हैं

भूतों का राजा 

ब्रह्मराक्षस उनको कहा जाता है जो जिंदा रहते हुए तंत्र मंत्र विद्या में लिप्त रहते हैं और दूसरों को नुकसान पहुंचाने के लिए तंत्र मंत्र का इस्‍तेमाल करते हैं. ऐसे लोग मरने के बाद ब्रह्म राक्षस बनते हैं. ब्रह्मराक्षस के बारे में ऐसा माना जाता है कि यह किसी एक व्‍यक्ति को नहीं बल्कि उसके पूरे परिवार को समाप्‍त कर देता है. यह प्रेत आत्माओं में सबसे प्रभावशाली और शक्ति होने के कारण भूतों का राजा भी कहलाता है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

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