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Shani Jayanti 2024: कब है शनि जयंती, कैसे करें पूजा और किस मंत्र का करें जाप

Shani Jayanti 2024: शनि देव को एक महत्वपूर्ण देवता माना जाता है. ज्योतिष में इन्हें कर्मफल दाता और न्याय के देवता के रूप में जाना जाता है. शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनि जयंती मनाई जाती है. दरअसल, शनि जयंती साल में दो बार मनाई जाती है. एक वैशाख अमावस्या और दूसरी ज्येष्ठ अमावस्या को.

Updated on: 26 Apr 2024, 12:48 PM

नई दिल्ली :

Shani Jayanti 2024: शनि ग्रह को न्याय का देवता माना जाता है. शनि जयंती के दिन, लोग शनि देव से प्रसन्न होने के लिए पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं. शनि देव को न्याय और कर्म का देवता माना जाता है. इस दिन लोग शनि देव की पूजा करके उनसे अच्छे स्वास्थ्य, समृद्धि और सफलता की प्रार्थना करते हैं. शनि जयंती के दिन शनि देव की पूजा करने से शनि की साढ़े साती, ढैय्या या शनि की महादशा से गुजर रहे लोगों को शांति मिल सकती है.  शनि जयंती हिंदू धर्म में एक प्रमुख त्योहार है जो भगवान शनि की पूजा और आराधना के रूप में मनाया जाता है.

यह त्योहार भगवान शनि की कृपा और आशीर्वाद के लिए मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, शनि जयंती वैशाख अमावस्या को मनाई जाती है जो इस साल 8 मई को है. इस दिन लोग भगवान शनि की पूजा करते हैं और उनके आशीर्वाद की कामना करते हैं. शनि जयंती के दिन लोग शनिदेव की पूजा करते हैं और उन्हें नमस्कार करते हैं. इस दिन धूप, दीप, अच्छे खाने, चढ़ावा, और दान किया जाता है. भगवान शनि की मूर्तियों को अभिषेक किया जाता है और उनके मंत्रों का जाप किया जाता है.

2024 में, शनि जयंती दो तिथियों को मनाई जाएगी

8 मई 2024 (बुधवार)- यह तिथि दक्षिण भारत में मनाई जाएगी.

6 जून 2024 (गुरुवार)- यह तिथि उत्तर भारत में मनाई जाएगी.

शनि जयंती की पूजा विधि- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें. घर में शनि देव की प्रतिमा स्थापित करें. शनि देव को तिल का तेल, काले तिल, फूल, नारियल और धूप अर्पित करें. शनि चालीसा का पाठ करें या शनि स्तोत्र का जाप करें. शनि देव से अपनी मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना करें. दीन-दुखियों की मदद करें और दान-पुण्य करें. 

शनि के मंत्र- 1. ॐ शं शनैश्चराय नमः

अर्थ- मैं शनि देव को नमन करता हूं. वे न्याय और कर्म के देवता हैं. वे मेरे जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता प्रदान करें. 

लाभ- इस मंत्र का जाप करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और जीवन के कष्टों को दूर करते हैं. यह मंत्र नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने में भी मदद करता है.

शनि जयंती के दिन लोग मंदिरों में जाते हैं और भगवान शनि को अर्पण करते हैं. वे उनकी पूजा करते हैं और अपने विशेष इच्छाओं के लिए प्रार्थना करते हैं.

इस दिन लोग अपने परिवार और मित्रों के साथ मिलते हैं और भगवान शनि का आशीर्वाद लेते हैं. शनि जयंती को विभिन्न रीति-रिवाज के साथ मनाया जाता है. लोग इस दिन कई प्रकार के व्रत और उपवास करते हैं, जैसे कि शनि देव का व्रत, शनि देव का दीप, और शनि देव के भजन गाते हैं. शनि जयंती 2024 के अवसर पर, हम सभी को भगवान शनि के आशीर्वाद के साथ अपने जीवन को समृद्धि और खुशियों से भर देने की कामना है. इस पवित्र दिन पर, हम सभी को धार्मिक अनुष्ठानों का पालन करने का संकल्प लेना चाहिए और शनिदेव की पूजा-अर्चना करनी चाहिए.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

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