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Janmashtami 2022 Shubh Yog aur Vishesh Laabh: रोहिणी नक्षत्र नहीं बल्कि इन शुभ योगों में होगा इस बार की जन्माष्टमी का शुभारंभ, मिलेंगे ये विशेष लाभ

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी के दिन जन्माष्टमी मनाई जाती है. ज्योतिष कहता है कि जिस दिन भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था उस समय रोहिणी नक्षत्र था और तब से अब तक हर वर्ष जन्माष्टमी के दिन रोहिणी नक्षत्र लगता है.

Updated on: 15 Aug 2022, 02:09 PM

नई दिल्ली :

Janmashtami 2022 Shubh Yog aur Vishesh Laabh: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, जन्माष्टमी भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी के दिन मनाई जाती है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्री कृष्ण का जन्म अष्टमी के दिन रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. इस दिन भगवान कृष्ण के बाल रूप की पूजा की जाती है. इस साल जन्माष्टमी 18 और 19 अगस्त दोनों ही दिन मनाई जाएगी. लेकिन इस बार की जन्माष्टमी अत्यंत महत्वपूर्ण और भिन्न है. दरअसल, हर वर्ष जन्मष्टमी पर रोहिणी नक्षत्र का योग बनता था लेकिन इस बार ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब कृष्णा जन्मोत्सव के समय रोहिणी नक्षत्र नहीं रहने वाला है. बल्कि इस बार जन्माष्टमी कुछ अलग योगों में अपना प्रभाव दिखाने जा रही है. 

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जन्माष्टमी 2022 शुभ योग (Janmshatmi 2022 Shubh Yog)
इस वर्ष जन्माष्टमी दो दिन बनाई जा रही है और 18 और 19 अगस्त इन दोनों ही दिन शुभ योगों का संयोग बनने वाला है. इस वर्ष 18 अगस्त, गुरुवार के दिन वृद्धि योग का शुभ संयोग बन रहा है. वृद्धि योग 17 अगस्त को दोपहर 8 बजकर 56 मिनट से शुरू होगा और 18 अगस्त की रात 8 बजकर 41 मिनट तक रहेगा. इसके अलावा जन्माष्टमी पर अभिजीत मुहूर्त भी रहेगा, जो 18 अगस्त की दोपहर 12 बजकर 5 मिनट से शुरू होकर रात्री 12 बजकर 56 मिनट पर समाप्त होगा. इसके साथ ही ध्रुव योग बन रहा है, जो 18 अगस्त को रात 8 बजकर 41 मिनट से 19 अगस्त को रात 8 बजकर 59 मिनट तक रहने वाला है. 

जन्माष्टमी 2022 विशेष लाभ (Janmashtami 2022 Vishesh Laabh)
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, जिन लोगों कि कुंडली में चंद्रमा कमजोर स्थिति में होता है उन्हें कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत अवश्य रखना चाहिए. इसके अतिरिक्त, कृष्ण जन्माष्टमी पर व्रत रखने और लड्डू गोपाल की सेवा करने से संतान प्राप्ति का भी वरदान मिलता है. इस बार विशेष शुभ संयोगों के चलते इन 3 राशियों को जन्माष्टमी पर विशेष लाभ मिलने जा रहा है. 

- कर्क राशि
कर्क राशि पर चंद्रमा का आधिपत्य है. ऐसे में अगर जन्माष्टमी के दिन पूजा पाठ और व्रत का पालन किया जाए तो चंद्रमा को बल मिलेगा और आपकी तरक्की के द्वार खुल जाएंगे. जन्माष्टमी का दिन इन राशि के जातकों के लिए बहुत शुभ होगा. भगवान कृष्ण की कृपा से आपका कई दिनों से अटका काम पूरा हो जाएगा या शुरू हो जाएगा. वहीं श्रीकृष्ण की पूजा से मन को शांति मिलेगी और सभी कार्यों में सफलता मिलेगी. इस राशि के जातकों के लिए धन लाभ के योग भी बन रहे हैं.

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- वृश्चिक राशि
कर्क राशि के त्रिकोण में होने की वजह से चंद्रमा की इस राशि पर विशेष कृपा होगी. इस राशि के जातकों के लिए धन प्राप्ति के योग बने हैं. खास तौर पर पढ़ाई कर रहे छात्रों को पढ़ाई में मन लगेगा और परीक्षा में अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे. नौकरी या व्यवसाय करने वाले लोगों को भी अपने कार्यक्षेत्र में आमदनी होगी.

- कुंभ राशि
इस राशि के लिए जन्माष्टमी का व्रत बहुत शुभ परिणाम देगा. आप किसी विवाद में उलझे हैं, या मन में परेशानी है, कोई रास्ता नहीं निकल रहा, तो इस व्रत करने से बहुत लाभ होगा. आपका मन शांत होगा और समाधान दिखने लगेगा. चंद्रमा मन का कारक होता है. अगर चंद्रमा की कृपादृष्टि हुई तो मन काबू में रहेगा और बेहतर फैसला ले सकेंगे. आर्थिक उन्नति के भी योग बन रहे हैं.