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Constipation Diagnosed With Cancer: डॉक्टर जिसे समझ रहे थे कब्ज... असल में निकला वो कैंसर! बाल-बाल बचा मासूम

मासूम को थी कब्ज की शिकायत... जांच में निकला कैंसर. घटना ब्रिटेन के लिंकनशायर की है, जहां एक 8 साल के बच्चे हैरिसन को पिछले कुछ दिनों से सांस लेने में कठिनाई पेश आ रही थी.

Updated on: 26 May 2023, 07:12 AM

नई दिल्ली:

मासूम को थी कब्ज की शिकायत... जांच में निकला कैंसर. घटना ब्रिटेन के लिंकनशायर की है, जहां एक 8 साल के बच्चे हैरिसन को पिछले कुछ दिनों से सांस लेने में कठिनाई पेश आ रही थी. बच्चे को बुरी हालात में देख मां विक्टोरिया स्टैनटन ने करीबी अस्पताल में इत्तला की. हैरिसन की जांच हुई और फिर खुलासा हुआ एक गंभीर जानलेवा बीमारी का, जिसे देख खुद डॉक्टर भी हैरत में थे. बता दें कि शुरुआती लक्षण देख डॉक्टरों ने इसे मामूली कब्ज समझ लिया, मगर चेस्ट के एक्सरे में 8 साल के मासूम के फेफड़ों में किसी तरह के तरल पदार्थ की मौजूदगी सामने आई.

मासूम की मां के मुताबिक, बच्चे की शुरुआती परेशानियों को देखते हुए वो उसे एक लोकल अस्पताल लेकर पहुंची. जहां से मामले की गंभीरता को समझते हुए बच्चे को फौरन बड़े अस्पताल रेफर किया गया, जहां हैरिसन का चेस्ट एक्सरे करवाया गया. डॉक्टरों ने देखा कि हैरिसन की छाती-फेफड़ों में किसी तरह का तरल पदार्थ भरा हुआ है. मामले की गंभीरता को आंकते हुए, डॉक्टरों ने फौरन उसका ऑपरेशन किया, जिसमें चेस्ट ड्रेन की मदद से करीब दो लीटर संक्रमित द्रव निकाला गया. अगले तीन सप्ताह तक मासूम हैरिसन का इलाज चलता रहा, जिसमें कुल मिलाकर, रक्त सहित आठ लीटर तरल पदार्थ निकला. 

क्या थी ये बीमारी... डॉक्टरों समझाया 

डॉक्टरों ने मामले से जुड़ी जानकारी देते हुए बताया कि हैरिसन लंबे वक्त से टी-सेल लिम्फोब्लास्टिक लिंफोमा नाम की बीमारी से ग्रसित था, जिसका न तो उसे और न ही उसके परिवार के किसी सदस्य को कोई इल्म था. डॉक्टरों के मुताबिक ये एक ऐसी बीमारी है जो काफी तेजी से फैलती है. जब जांच के दौरान हैरिसन के सीने में गांठ दिखाई दी, तब डॉक्टरों को मासूम हैरिसन के फेफड़ो में कैंसर के लक्षण दिखे, जिसके तुरंत बाद इलाज शुरू किया गया. फिलहाल बच्चा स्वस्थ है. 

"मुझे लगा मैं बच्चे को खो दूंगी..."-मां

बच्चे की मां विक्टोरिया स्टैनटन ने बताया कि जब उसे अपने बच्चे की इस बीमारी का पता चला, और मालूम हुआ कि इसका इलाज काफी लंबा चल सकता है, तो वो अंदर से टूट गई. सोचने लगी कि आखिर मेरे बच्चे के साथ ही ऐसा क्यों हुआ, उसे बिल्कुल यकीन नहीं था कि उसका सेहतमंद बच्चा इस कदर बीमार पड़ सकता है. न ही वो चल पा रहा था, न ही ठीक तरह से सांस ले पा रहा था. मां को लगा जैसे वो अपने बच्चे को खो देगी. हालांकि मां विक्टोरिया स्टैनटन के मुताबिक डॉक्टर और नर्स ने उसके बच्चे की जान बचाई, वे सभी उसके जीवनरक्षक बने.