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अधीर रंजन और मनीष तिवारी के बीच छिड़ा ट्विटर वार, चीन बना कारण

अधीर रंजन चौधरी ने इससे पहले तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार की आलोचना करने के लिए तिवारी की आलोचना की थी. अपनी आगामी पुस्तक  '10 Flash Point, 20 Years- National Security Situations that Impacted India'  को लेकर निशाना साधा था.

Updated on: 28 Nov 2021, 02:27 PM

highlights

  • कांग्रेस बनाम कांग्रेस की लड़ाई फिर से दिलचस्प दिख रही है
  • जी-23 नेताओं में शामिल मनीष तिवारी ने अधीर रंजन का खुलकर हमला बोला
  • कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने मनीष तिवारी पर कसा था तंज  

नई दिल्ली:

Counter Attack : कांग्रेस (Congress) बनाम कांग्रेस की लड़ाई फिर से दिलचस्प दिख रही है. जी-23 नेताओं में शामिल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी (Manish Tewari) ने खुलकर अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chaudhary) पर जवाबी हमला बोला है. मनीष तिवारी ने रविवार को अपने ट्विटर अकाउंट से स्क्रीनशॉट साझा करते हुए स्पष्ट किया कि उन्होंने चीन को लेकर सरकार की आलोचना की थी.  कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के तंज के बाद तिवारी का यह स्पष्टीकरण आया है. अधीर रंजन ने कहा था कि तिवारी को मुंबई 26/11 हमलों के बजाय चीन और सीमा पर उसकी हालिया गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए. अपने ट्विटर अकाउंट से मनीष तिवारी ने ट्वीट करते हुए लिखा है, 'प्रिय अधीर रंजन चौधरी दादा, उम्मीद है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को संबोधित करने वाले ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट से आपकी चिंता और आलोचना का समाधान हो गया होगा. चीन द्वारा निरंतर घुसपैठ और एनडीए/ भाजपा सरकार की प्रतिक्रिया मेरी किताब का एक बड़ा हिस्सा है.'

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चौधरी ने इससे पहले तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार की आलोचना करने के लिए तिवारी की आलोचना की थी. अपनी आगामी पुस्तक  '10 Flash Point, 20 Years- National Security Situations that Impacted India'  को लेकर निशाना साधा था. चौधरी ने इस बात की आलोचना की है कि किताब में मनीष तिवारी ने डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली पूर्व कांग्रेस सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा है कि मुंबई हमले के बाद पाकस्तिान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई ना करना सरकार की कमजोरी थी. चौधरी ने कहा, 26/11 के हमलों के बजाय तिवारी को चीन और उसकी हालिया गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए जिसने लद्दाख में हमारे कई क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया है और अरुणाचल प्रदेश में गांवों का निर्माण किया है.

बता दें कि मनीष तिवारी ने 2008 के मुंबई हमले को लेकर तत्कालीन मनमोहन सरकार पर निशाना साधते हुए अपनी पुस्तक में कहा है कि मुंबई हमले के बाद पाकस्तिान के खिलाफ सख़्त कार्रवाई की जरूरत थी लेकिन ऐसा नहीं करना उनकी सरकार की कमजोरी थी.