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इनकम टैक्स विभाग ने चलाई लकी ड्रा स्कीम! जानें वायरल मैसेज की सच्चाई

सोशल मीडिया पर आए दिन भ्रामक संदेश और अफवाहे देखने को मिल जाती है. यहां तक कि व्हाट्सएप, मैसेंजर, टेलीग्राम जैसे मैसेज ऐप पर भी अब इन संदेशों के जरिए फेक न्यूज फैला रहे हैं

Updated on: 19 May 2022, 05:38 PM

highlights

  • भ्रामक संदेश है कि जीतने वालों को हजारों रुपये की इनाम राशि दी जा रही है
  • पीआईबी फैक्ट चेक ने इस फर्जी लॉटरी विज्ञापन के बारे में सभी को सचेत किया है

नई दिल्ली:

सोशल मीडिया पर आए दिन भ्रामक संदेश और अफवाहे देखने को मिल जाती है. यहां तक कि व्हाट्सएप, मैसेंजर, टेलीग्राम जैसे मैसेज ऐप पर भी अब इन संदेशों के जरिए फेक न्यूज फैला रहे हैं. इसी तरह का संदेश इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. भारतीय आयकर विभाग ( इनकम टैक्स डिपार्टमेंट) लकी ड्रा स्कीम चला रहा है. इसमें जीतने वालों को हजारों रुपये की इनाम राशि दी जा रही है. धोखेबाजों द्वारा इस झूठे दावे के साथ ई-मेल और संदेश प्रसारित किए जा रहे हैं कि इनकम टैक्स विभाग द्वारा चलाई गई लकी ड्रा स्कीम में एक शख्स ने लॉटरी जीती है. आइए जानें इस फेक संदेश का क्या है सच ?

क्या किया जा रहा है दावा? 

प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) के आधिकारिक फैक्ट चेक ट्विटर हैंडल ने सोशल मीडिया पर चल रहे एक फर्जी लॉटरी विज्ञापन के बारे में जानकारी दी. पीआईबी फैक्ट चेक ने ट्वीट किया,'धोखाधड़ी लॉटरी विज्ञापन का दावा है कि प्राप्तकर्ता ने 8,388 रुपये की लॉटरी जीती जो संयुक्त रूप से कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) द्वारा आयोजित की गई थी.' इन दावों के साथ केबीसी के पोस्टर का भी उपयोग किया जा रहा है.

 

जानें क्या है सच? 

पीआईबी फैक्ट चेक ने अपने ट्विटर हैंडल पर चल रहे, इस फर्जी लॉटरी विज्ञापन के बारे में सभी को सचेत किया है. पीआईबी फैक्ट चेक ने कहा कि ऐसे लॉटरी घोटालों से सतर्क रहें. इस तरह के कॉल, मेल और मैसेज पर पर अपनी व्यक्तिगत सूचना को साझा न करें."

यह लॉटरी एक घोटाला है 

पीआईबी फैक्ट चेक ने ट्वीट कर कहा कि यह लॉटरी एक घोटाला है, इसमें लोंगों की से ठगी करने का प्रयास किया जा रहा है. आईटी विभाग कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) के साथ मिलकर कोई लॉटरी स्कीम नहीं चला रही है और न ही किसी को इनाम राशि दे रहा है. 

गौरतलब है कि इस तरह तरह की स्कीम जब भी केंद्र या राज्य सरकार द्वारा चलाई जाती है तो इसके बारे में जानकारी अधिकारिक वेबसाइट या प्रेस रिलीज के माध्यम से दी जाती है. इसलिए सोशल मीडिया यूजर को जब भी कोई ऐसा संदेश या स्कीम दिखे, तो उसमें इनवेस्ट करने से पहले उसकी अच्छी तरह से पड़ताल कर लें.