ज्ञानवापी की तस्वीर बताकर सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाया? जानें पूरा सच
उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद में स्थानीय अदालत के आदेश पर हुए सर्वे के बाद से लगातार कई तरह के दावे हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर तरह-तरह की तस्वीरें शेयर हो रही हैं.
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) में स्थानीय अदालत के आदेश पर हुए सर्वे के बाद से लगातार कई तरह के दावे हो रहे हैं. सोशल मीडिया पर तरह-तरह की तस्वीरें शेयर हो रही हैं. इसमें कोई मस्जिद के भीतर शिवलिंग मिलने की बात तो कोई मूर्ति मिलने की बात कह रहा है. सर्वे के बाद हिन्दू पक्ष के वकील ने मस्जिद के अंदर तालाब में शिवलिंग मिलने की बात कही थी. अब शिवलिंग की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है. इसे ज्ञानवापी मस्जिद बताई जा रही है. कई ट्विटर (Twitter) और फेसबुक (Facebook) यूजर्स ने ये तस्वीर शेयर की है. इस दौरान उन्होंने लिखा कि ज्ञानवापी मस्जिद में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों के अवशेष मिले हैं. कुछ यूजर्स ने सर्वे में इसे शिवलिंग की तस्वीर बताया है.
इस तस्वीर के बारे में जांच के बाद पता चला कि ये वियतनाम की है, जहां खुदाई में ये शिवलिंग मिला था. इसको लेकर मई, 2020 में विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट करके ये तस्वीरें शेयर की थीं. अब वियतनाम के माय सन साइट की तस्वीरों को ज्ञानवापी की बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.
#ज्ञानवापी_मंदिर हमारा था है और सृष्टि के अंत तक रहेगा क्योंकि अब वहाँ #BabaMilGaye है।
— 🚩 राजेश मदान🚩 (@rajeshmadaan13) May 17, 2022
Remnants of idols of Hindu deities have been found in Kashi Gyanvapi Mosque, which firmly proves that Gyanvapi Hamara Hai.
History Says that Mughals destroyed thousands of ancient temples. pic.twitter.com/0v2zB5miMd
हाल ही में दो दृश्यों का एक कोलाज भी वायरल हुआ है. इसमें एक ओर भगवान शिव के वाहन नंदी की प्रतिमा है, वहीं दूसरी ओर ज्ञानवापी मस्जिद दिखाई दे रही है. इस तस्वीर को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि नंदी की यह प्रतिमा उस काशी विश्वनाथ मंदिर का भाग है, जहां अब मस्जिद खड़ी है. खोज करने पर पाया गया कि ये महाराष्ट्र की तस्वीर है, जिसे ज्ञानवापी से कनेक्ट किया गया है.