बांग्लादेश में अपराध दर तेजी बढ़ रही है. पुलिस के आंकड़ों में सामने आया है कि बीते छह सालों में अपनहरण, डकैती, सेंधमारी और चोरी की घटनाओं में इजाफा हुआ है. इस समय देश में हालात खराब बने हुए हैं. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो यह आंकड़े अंतरिम सरकार के गृह मामलों के सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी के दावे के बिल्कुल उलट हैं. उनका कहना है कि देश के हालात संतोष जनक बने हुए हैं.
कम से कम 294 हत्या के केस सामने आए
पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों से सामने आया है कि इस साल जनवरी में अलग-अलग पुलिस थानों में कम से कम 294 हत्या के केस सामने आए हैं. देश के प्रमुख मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बीते छह सालों में मासिक दर पर अपराध आकड़ों में बढ़ोतरी हुई है. इसके विश्लेषण से सामने आया है कि जनवरी 2025 में एक माह में सबसे ज्यादा लूटपाट और डकैती की घटनाएं हुई हैं. इसमें 242 घटनाएं दर्ज की. पुलिस के आंकड़े में सामने आया है कि बीते साल दिसंबर और नवंबर में लूटपाट, डकैती, अपहरण की घटनाओं में पांच साल के मुकाबले वृद्धि हुई है. मगर सरकार दावा कर रही है कि सबकुछ सामान्य है. मीडिया ने अपने लेख में बताया कि बांग्लादेश में लोग हत्या, चोरी, लूटपाट या डकैती का शिकार हो रहे हैं. उनके अंदर डर और भय है.
कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे
मगर सरकार उदासीन है. वह इसे रोकने में नाकाम साबित हुई है. एक घटना का जिक्र करते हुए बताया गया कि रविवार रात को ढाका के विभिन्न भागों में कई हिंसक अपराध हुए. इसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. ढाका के बाहर भी अस्थिरता देखी गई है. यहां पर कानून और व्यवस्था खराब है. नागरिकों में भय और असुरक्षा की भावना देखने को मिल रही है.
महिलाओं और बच्चों के खिलाफ यौन हिंसा तेजी से बढ़ी है. इससे नाराज लोगों ने अंतरिम सरकार की नाकामी के विरोध में मार्च निकाला. रविवार को कई कॉलेजों के छात्र सड़कों पर उतर गए. उन्होंने सरकार के खिलाफ नारें भी लगाए.