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World Media Reaction (X@narendramodi)
World Media Reaction: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार को भारत पहुंचे. चार साल बाद भारत आए पुतिन का स्वागत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़ दिया और एयरपोर्ट पर उनकी अगवानी की. इसके बाद पीएम मोदी ने अपने खास दोस्त को गले लगाया. एयरपोर्ट से दोनों नेता टोयोटा कार में पीएम आवास पहुंचे, जहां उनके सम्मान में प्राइवेट डिनर आयोजित किया गया था. पुतिन के ऐतिहासिक भारत दौरे को दुनिया भर की मीडिया ने कवर किया. प्रमुख मीडिया आउटलेट्स ने क्या कहा, आइये जानते हैं…
ब्रिटेन- BBC
बीबीसी ने कहा कि दो दिन की यात्रा पर पुतिन भारत पहुंचे हैं. पीएम मोदी ने उनका स्वागत किया. दोनों नेताओं के बीच कई समझौतों पर चर्चा होगी. पुतिन की यात्रा ऐसे वक्त में हो रही है, जब अमेरिका भारत पर रूस से तेल न खरीदने का दवाब डाल रहा है. भारत और रूस वर्षों पुराने दोस्त हैं. रूस दुनिया को यह दिखाना चाहता है कि पश्चिमी देशों के विरोध और यूक्रेन युद्ध के बावजूद वह दुनिया में अकेला नहीं है.
यूक्रेन- कीव इंडिपेंडेंट
इस सप्ताह भारत की कूटनीति की बड़ी परीक्षा है. वह रूस और यूक्रेन के बीच संतुलन बनाने की कोशिश करते हुए पुतिन की मेजबानी कर रहा है. भारत पर दुनिया की नजर है क्योंकि भारत को रूस के साथ रक्षा संबंध मजबूत रखने हैं. वहीं, अमेरिका सहित यूरोपीय देश चाहते हैं कि भारत रूस पर दवाब बनाए कि युद्ध कमजोर पड़ जाए. पुतिन के लिए ये यात्रा ये दिखाने का मौका है कि रूस अलग-थलग नहीं है और उसके पास भारत जैसा मजबूत और बड़ा साझेदार है.
अमेरिका- न्यूयॉर्क टाइम्स
पीएम मोदी का खुद एयरपोर्ट जाना और पुतिन की अगवानी करना दोनों नेताओं के बीच की करीबी रिश्तों का उदाहरण है. पुतिन भारत के छोटे लेकिन अहम दौरे पर हैं. दोनों नेता इस दौरान कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे, जिससे रक्षा संबंध और व्यापारिक संबंधों को मजबूत किया जा सके. पुतिन जैसे ही विमान से उतरे, दोनों नेताओं ने एक दूसरे को गले लगाया. मोदी ने अपने आवास पर एक प्राइवेट डिनर भी आयोजित किया था.
पाकिस्तान- द डॉन
पुतिन के इस दौरे का उद्देश्य भारत और रूस के रक्षा संबंधों को और अधिक मजबूत करना है. खासकर ऐसे वक्त में जब अमेरिका भारत पर दवाब बना रहा है कि वह रूस से तेल न खरीदे. भारत रूस के तेल का सबसे बड़ा खरीददार है. भारत रूस से समझौता भी करना चाहता है तो वहीं भारत को ये भी आशंका है कि रूस के साथ किसी डील की वजह से अमेरिका नाराज न हो जाए.
कतर- अल जजीरा
पुतिन को गले लगाकर पीएम मोदी ने ये संदेश दिया है कि दोनों नेताओं के बीच व्यक्तिगत रिश्ते बहुत मजबूत है. दोनों नेताओं के बीत ऐसे वक्त पर मुलाकात हो रही है, जब अमेरिका भारत पर लगातार दबाव बना रहा है. भारत का मानना है कि उसे भी रूसी तेल लेने का पूरा अधिकार होना चाहिए. पीएम मोदी ने पुतिन को जैसे गले लगाया, उससे ये संदेश जाएगा कि वह पश्चिमी दवाब के आगे झुकेगा नहीं.
ब्रिटेन- द गार्डियन
लगभग चार साल बाद राष्ट्रपति पुतिन फिर से भारत आए हैं. वे आखिरी बार कोविड के वजह से सिर्फ पांच घंटे के लिए दिल्ली आए थे. उन्होंने इस दौरान, पीएम मोदी के साथ आर्थिक और रक्षा सहयोग के बारे में बात की थी. इसके कुछ ही महीने बाद रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया था. अमेरिका के दवाब के बीच, पुतिन का भारत आना बहुत अहम माना जा रहा है. ये एक तरह का संकेत है कि भारत और रूस अमेरिका के दबाव से घबराने वाले नहीं है.
बांग्लादेश- डेली स्टार
पीएम मोदी खुद एयरपोर्ट पहुंचे, उन्होंने पुतिन को रिसीव किया. ऐसा बहुत कम होता है और ये दोनों नेताओं के करीबी रिश्तों को दर्शाता है. पुतिन के विमान से उतरते ही दोनों नेताओं ने एक दूसरे को गले लगाया और एक ही गाड़ी में बैठकर रवाना हो गए. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रूस ने साफ कह दिया है कि भारत से वह अधिक सामान खरीदना चाहता है, जिससे व्यापार संतुलित रहे. वर्तमान में भारत रूस से अधिक खरीदी करता है लेकिन रूस भारत से बहुत कम सामान लेता है.
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