Sunita Williams: भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 9 महीने 14 दिनों के लंबे इंतजार के बाद धरती पर लौट आई हैं. उनके साथ उनके साथी बुच विल्मोर (Butch Wilmore) और दो अन्य अंतरिक्ष यात्री निक हेग (Nick Hague) और अलेक्सांद्र गोरबुनोव (Aleksandr Gorbunov) भी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से पृथ्वी पर वापस पहुंचे हैं.
धरती पर वापस आने के बाद अभी तक सुनीता विलियम्स या अन्य किसी अंतरिक्ष यात्री को व्हाइट हाउस आने के निमंत्रण नहीं मिला है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसकी पीछे की वजह बताई है. बुधवार को एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान ट्रंप ने कहा कि अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स ठीक होने के बाद व्हाइट हाउस आएंगे.
कब व्हाइट हाउस जाएंगीं सुनीता विलियम्स?
दरअसल, फॉक्स न्यूज के साथ एक इंटरव्यू के दौरान ट्रंप से सवाल किया गया कि दोनों अंतरिक्ष यात्री ओवल ऑफिस कब आएंगे? इसके जवाब में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि, "उन्हें अभी ठीक होना होगा, जब आप वहां (अंतरिक्ष में) होते हैं, तो आपकी मांसपेशियों और गुरुत्वाकर्षण में कोई खिंचाव नहीं होता. आप इस तरह से वहां एक हजार पाउंड वजन उठा सकते हैं."
ट्रंप ने आगे कहा कि, "उन्हें ठीक होना होगा. यह उनके लिए थोड़ा मुश्किल होगा. यह इतना आसान नहीं है. वे लंबे समय से जाग रहे थे और अब वह यहां जाएंगे (ठीक होंगे) तो, तो वे ओवल ऑफिस आएंगे."
व्हाइट हाउस ने मस्क और स्पेसएक्स का जताया आभार
इससे पहले व्हाइट हाउस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया. जिसमें लिखा, "वादा किया, वादा निभाया: राष्ट्रपति ट्रंप ने नौ महीने से अंतरिक्ष में फंसे अंतरिक्ष यात्रियों को बचाने का वादा किया. आज, वे सुरक्षित रूप से अमेरिका की खाड़ी में उतर गए." इसके साथ ही व्हाइट हाउस ने एलन मस्क, स्पेसएक्स और नासा का भी आभार जताया.
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर घर लौटे
बता दें कि नासा के अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स नौ महीने तक अंतरिक्ष में रहने के बाद बुधवार को पृथ्वी पर लौट आए. विल्मोर और विलियम्स ने अंतरिक्ष में कुल 286 दिन बिताए. जो निर्धारित समय से 278 दिन ज़्यादा हैं. इस दौरान उन्होंने पृथ्वी की 4,576 बार परिक्रमा की और स्पलैशडाउन के समय तक 121 मिलियन मील (195 मिलियन किलोमीटर) की यात्रा की.
दोनों अंतरिक्ष यात्री पहले भी ऑर्बिटिंग लैब में रह चुके थे और वहां की बारीकियां जानते थे. रॉकेट से उड़ान भरने से पहले उन्होंने अपने स्टेशन प्रशिक्षण को बेहतर बनाया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विलियम्स अपने प्रवास के तीन महीने बाद स्टेशन के कमांडर बन गए और इस महीने की शुरुआत तक इस पद पर बने रहे.