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Who is Zaima Rahman: बांग्लादेश की राजनीति में इन दिनों एक नया नाम तेजी से चर्चा में है जाइमा रहमान. भले ही वह अब तक सक्रिय राजनीति में नहीं दिखीं, लेकिन उनकी हालिया वापसी और सोशल मीडिया गतिविधियों ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है. जाइमा को लेकर हर तरफ चर्चाएं तेज हैं वो भी ऐसे वक्त जब हिंसा में पूरा बांग्लादेश जल रहा है. चुनाव के मुहाने पर खड़ा है लेकिन इससे ज्यादा चर्चा हो रही है जाइमा रहमान की. बता दें कि जाइमा बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) की चेयरपर्सन और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की इकलौती पोती हैं.
राजनीतिक विरासत से जुड़ा मजबूत पारिवारिक आधार
जायमा, बीएनपी के वरिष्ठ नेता तारिक रहमान की बेटी हैं. उनके दादा जियाउर रहमान बांग्लादेश के पूर्व राष्ट्रपति रह चुके हैं. यानी जायमा का ताल्लुक उस परिवार से है, जिसने दशकों तक बांग्लादेश की राजनीति को दिशा दी है. यही वजह है कि उनकी वापसी को सिर्फ एक पारिवारिक यात्रा नहीं, बल्कि सियासी संकेत के तौर पर देखा जा रहा है.
लंदन से ढाका तक का सफर
करीब 17 साल तक लंदन में रहने के बाद जायमा हाल ही में अपने पिता तारिक रहमान और मां डॉ. जुबैदा रहमान के साथ बांग्लादेश लौटी हैं. जायमा की उम्र करीब 30 साल है. उन्होंने लंदन की क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की और इसके बाद लिंकन इन से बैरिस्टर की डिग्री हासिल की. पेशे से वह लंदन में वकालत कर चुकी हैं.
राजनीति में एंट्री को लेकर क्या कहते हैं तारिक रहमान
बीएनपी नेता तारिक रहमान को लेकर चर्चा है कि वह फरवरी 2026 में होने वाले आम चुनाव में प्रधानमंत्री पद के दावेदार हो सकते हैं. बेटी जायमा के राजनीति में आने पर उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि इसका फैसला भविष्य में होगा. हालांकि राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि जायमा की मौजूदगी सिर्फ संयोग नहीं है, बल्कि एक रणनीतिक कदम हो सकता है.
हिंसा और अस्थिरता के दौर में नया चेहरा
बांग्लादेश इस समय राजनीतिक अस्थिरता और सामाजिक तनाव के दौर से गुजर रहा है. ऐसे माहौल में बीएनपी एक नए, साफ-सुथरे और युवा चेहरे की तलाश में है. जायमा रहमान, जो विदेश में शिक्षित हैं और पेशेवर वकील हैं, पार्टी के लिए एक मजबूत विकल्प बन सकती हैं.
सोशल मीडिया से मिल रहे सियासी संकेत
जायमा की हालिया फेसबुक पोस्ट और सार्वजनिक गतिविधियों से यह संकेत मिल रहा है कि वह धीरे-धीरे राजनीति में दखल देने की तैयारी कर रही हैं. सोशल मीडिया पर कई लोग उन्हें बांग्लादेश की 'फ्यूचर लीडर' के रूप में देख रहे हैं और उनकी तुलना शेख हसीना या खालिदा जिया से की जा रही है.
क्यों बीएनपी को जायमा में दिख रहा भविष्य?
बीएनपी पर बीते वर्षों में भ्रष्टाचार और नेतृत्व संकट के आरोप लगे हैं। ऐसे में पार्टी को अगली पीढ़ी के नेता की जरूरत है, जिस पर युवा वर्ग भरोसा कर सके. जायमा की उम्र, शिक्षा और पारिवारिक पृष्ठभूमि उन्हें बीएनपी का संभावित भविष्य का चेहरा बना सकती है.
जायमा रहमान भले ही अभी राजनीति में औपचारिक रूप से नहीं उतरी हों, लेकिन उनके कदम, उनकी वापसी और माहौल यह संकेत दे रहे हैं कि बांग्लादेश की राजनीति को जल्द ही एक नया नाम मिलने वाला है. आने वाले समय में वह बीएनपी की रणनीति का अहम हिस्सा बन सकती हैं.
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