Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ के बाद दुनियाभर के शेयर बाजारों में हड़कंप मचा हुआ है. माना जा रहा है कि ट्रंप के भारी भरकम टैरिफ का असर सोमवार को भारतीय बाजार में भी देखने को मिल सकता है. ट्रंप के परस्पर टैरिफ के चलते अमेरिकी बाजार में भी भारी गिरावट देखने को मिली है. इस बीच दुनियाभर के 50 से ज्यादा देशों ने व्यापार वार्ता शुरू करने के लिए अमेरिका से संपर्क किया है. जानकारी के मुताबिक, सोमवार को इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू भी व्हाइट हाउस पहुंचने वाले हैं. जहां वह नए टैरिफ पर ट्रंप के साथ चर्चा करेंगे.
जापान भी करने जा रहा संपर्क
बताया जा रहा है कि जापान भी व्यापार वार्ता के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति से संपर्क करने वाला है. उधर ताइवान के राष्ट्रपति लाईचिंग-ते ने अमेरिका को बातचीत के लिए शून्य टैरिफ को आधार बनाने और व्यापार बाधाओं को हटाने का वचन दिया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि ताइवानी कंपनियां अमेरिका में निवेश को बढ़ाएंगी. एक इंटरव्यू के दौरान अमेरिकी राष्ट्रीय आर्थिक परिषद के निदेशक केविन हैसेट ने राष्ट्रपति ट्रंप के नए रेसिप्रोकल टैरिफ का बचाव किया.
ट्रंप पर शेयर बाजार को नुकसान पहुंचाने का आरोप
बता दें कि जब से राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत समेत दुनियाभर के देशों पर भारी भरकम रेसिप्रोकल टैरिफ लगाया है. तब से अमेरिका समेत दुनियाभर के शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखने को मिली है. इसके साथ ही कच्चे तेल के दाम में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है. हालांकि ताइवान के राष्ट्रपति लाईचिंग-ते ने इस बात से इनकार किया है कि ट्रंप का टैरिफ वित्तीय बाजारों को गिराने की रणनीति का हिस्सा था.
लाईचिंग-ते ने कहा कि केंद्रीय बैंक पर कोई राजनीतिक दबाव नहीं होगा. इस बीच ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर एक वीडियो शेयर करते हुआ कहा कि, उनके टैरिफ का उद्देश्य जानबूझकर शेयर बाजार को नुकसान पहुंचाना है, जिससे ब्याज दरों को कम किया जा सके. वहीं, अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्काट बेसेन्ट ने कहा है कि टैरिफ के आधार पर मंदी की आशंका जताने की कोई वजह नहीं है.
अमेरिका ने शुरू की 10 प्रतिशत टैरिफ की वसूली
इस बीच अमेरिका ने देश में सभी प्रकार के आयातों पर 10 प्रतिशत टैरिफ की वसूली शुरू कर दी है. जानकारी के मुताबिक, अमेरिकी सीमा शुल्क एजेंटों ने शनिवार को कई देशों से सभी आयातों पर एकतरफा 10 प्रतिशत टैरिफ की वसूली शुरू कर दी. बताया जा रहा है कि अमेरिकी समयानुसार शनिवार पूर्वाह्न 12:01 बजे से पहले लोड या अमेरिका के लिए पारगमन में कार्गो के लिए 51 दिन की छूट अवधि दी गई है. अगर ये कार्गो 27 मई से पहले पहुंच जाते हैं तो उनपर 10 प्रतिशत शुल्क नहीं लगेगा.न को हुआ ज्यादा नुकसान
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने शनिवार को कहा कि अमेरिका से कहीं ज्यादा चीन को नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि यह एक आर्थिक विकास है और हम जीतेंगे. ट्रंप ने कहा कि यह आसान नहीं है, लेकिन अंतिम परिणाम ऐतिहासिक होंगे. अमेरिकी वाणिज्य सचिव हावर्ड लुटनिक ने कहा कि टैरिफ कई हफ्तों तक लागू रहेंगे.