अमेरिका ने ईरान में तीन परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया है. अमेरिका ने ईरान के फोर्डो, नतांज और इस्फहान में स्थित न्यूक्लियर प्लांट पर हमला किया है. भारतीय समय के अनुसार, सुबह साढ़े चार बजे अटैक हुआ है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद एक्स पर इसकी जानकारी दी. उन्होंने अपने पोस्ट में अमेरिकी सेना की प्रशंसा की और कहा कि दुनिया की कोई भी सेना ऐसा नहीं कर सकती है. अब शांति का वक्त है.
दुनिया को आतंक से बचाना हमारा लक्ष्य है
हमले के बाद अमेरिकी समय के अनुसार, रात बजे डोनाल्ड ट्रंप ने देशवासियों को संबोधित किया और हमले की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि ये हमले सैन्य सफलता हैं. ईरान की प्रमुख न्यूक्लियर सुविधाओं को नष्ट कर दिया गया है. हमारा उद्देश्य ईरान की परमाणु संवर्धन क्षमता को बर्बाद करना और दुनिया को आतंक से बचाना था.
ईरान हमारे दो लोगों को मार रहा है
उन्होंने आगे कहा कि ईरान को अब शांति स्थापित करनी चाहिए. अगर ऐसा नहीं होता है तो भविष्य में और भीषण अटैक होंगे. 40 वर्षों से ईरान कह रहा है कि इस्राइल को मौत दो, अमेरिका को मौत दो. ईरानी हमारे लोगों को मार रहे हैं. उनके हाथ-पैरों को उड़ा रहे हैं. उनके जनरल कासिम सुलेमानी ने बहुत सारे लोगों को मारा है. मैंने पहले ही तय कर लिया था कि मैं ऐसा नहीं होने दूंगा. ट्रंप ने कहा कि अब या तो शांति होगी या फिर ईरान की बर्बादी. ध्यान रहे, अभी और ज्यादा लक्ष्य बचे हुए हैं. अगर शांति जल्द नहीं मिलती है तो हम और तेजी और सटीकता के साथ हमले करेंगे.
इस्राइल के प्रधानमंत्री की तारीफ
ट्रंप ने इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को धन्यवाद और बधाई दी. उन्होंने कहा कि हमने एक टीम की तरह काम नहीं किया. शायद इस जैसी टीम की तरह मैंने किसी टीम के साथ काम नहीं किया. हम दुनिया में छा रहे खतरे को मिटाने में बहुत आगे आ गए हैं. मैं इस्राइली सेना को उनके काम के लिए धन्यवाद देता हूं. ट्रंप ने आगे कहा कि मैं अमेरिका के महान देशभक्तों को बधाई देना चाहता हूं, जिन्होंने रात में मशीनों को उड़ाया. उम्मीद है कि हमें अब उनकी इस कौशलता की जरूरत नहीं पड़ेगी.