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9/11 के 'मास्टरमाइंड' को मिलेगी मौत! अमेरिका ने सुनाया बड़ा फैसला..

9/11 के आरोपियों को मौत की सजा मिलना तय है.. अमेरिका ने हाल ही में इसे लेकर बड़ा फैसला सुनाया है, जिसमें मामले के आरोपियों को मौत की सजा से बचाने वाली याचिका को रद्द कर दिया गया है. गौरतलब है कि, प्रशासनिक भवन पेंटागन ने शुक्रवार को ऐलान किया कि, अमेरिका ने 9/11 के आरोपियों के साथ किए गए समझौते को रद्द कर दिया है, यानी अब उन्हें मौत की सजा मिलना करीब-करीब तय है!

9/11 के आरोपियों को मौत की सजा मिलना तय है.. अमेरिका ने हाल ही में इसे लेकर बड़ा फैसला सुनाया है, जिसमें मामले के आरोपियों को मौत की सजा से बचाने वाली याचिका को रद्द कर दिया गया है. गौरतलब है कि, प्रशासनिक भवन पेंटागन ने शुक्रवार को ऐलान किया कि, अमेरिका ने 9/11 के आरोपियों के साथ किए गए समझौते को रद्द कर दिया है, यानी अब उन्हें मौत की सजा मिलना करीब-करीब तय है!

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Sourabh Dubey
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AMERICA

9/11 के आरोपियों को मौत की सजा मिलना तय है.. अमेरिका ने हाल ही में इसे लेकर बड़ा फैसला सुनाया है, जिसमें मामले के आरोपियों को मौत की सजा से बचाने वाली याचिका को रद्द कर दिया गया है. गौरतलब है कि, प्रशासनिक भवन पेंटागन ने शुक्रवार को ऐलान किया कि, अमेरिका ने 9/11 के आरोपियों के साथ किए गए समझौते को रद्द कर दिया है, यानी अब उन्हें मौत की सजा मिलना करीब-करीब तय है!

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मालूम हो कि, पेंटागन ने ये फैसला  11 सितंबर, 2001 के हमलों की साजिश रचने वाले मास्टरमाइंड खालिद शेख मोहम्मद और क्यूबा के ग्वांतानामो बे में अमेरिकी सैन्य जेल में बंद उसके दो साथियों द्वारा गुनाह के कबूलनामे के ठीक दो दिन बाद आया है. 

बता दें कि, मास्टरमाइंड मोहम्मद ग्वांतानामो बे में सबसे मशहूर कैदी है, जिसे 2002 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने 9/11 के हमलों में शामिल विदेशी आतंकवादी संदिग्धों को रखन के लिए लिए दबोचा गया था. 

पेंटागन के एक बयान के मुताबिक, दो अन्य कैदी वालिद मुहम्मद सलीह मुबारक बिन 'अत्ताश और मुस्तफा अहमद एडम अल हवासावी द्वारा भी याचिका का हिस्सा थे. पेंटागन के बयान में कहा गया है कि, शुरुआत में तीनों लोगों पर संयुक्त रूप से आरोप लगाए गए और 5 जून 2008 को उन पर मुकदमा चलाया गया और फिर 5 मई 2012 को उन पर फिर से संयुक्त रूप से आरोप लगाए गए और दूसरी बार आरोप लगाए गए.

      
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