US Illegal Migrant: अमेरिका की सत्ता में डोनाल्ट ट्रंप की वापसी के बाद से ही अवैध प्रवासियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है. इसके साथ ही ट्रंप अवैध प्रवासियों को सैन्य विमानों में भरकर उन्हें उनके देश भेज रहे हैं. ऐसे ही अवैध प्रवासियों को लेकर तीन अमेरिकी सैन्य विमान भारत आ चुके हैं. लेकिन इस बीच खबर आई है कि कुछ प्रवासी भारतीय अमेरिका से डिपोर्ट करने के बाद भी भारत वापस नहीं पहुंचे. क्योंकि इन प्रवासी भारतीय को अमेरिका ने पड़ोसी देश पनामा भेज दिया. इस बारे में पनामा ने भारत को सूचित किया है.
भारतीय दूतावास ने किया पोस्ट
पनामा स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया. जिसमें उसने लिखा, पनामा ने भारत को अमेरिका से निर्वासित भारतीयों के एक समूह के सुरक्षित आगमन के बारे में सूचित किया है. दूतावास ने कहा कि देश (पनामा) में भारतीय मिशन उन तक राजनयिक पहुंच प्राप्त कर ली है और अब उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मेजबान सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है.
तीन देशों में स्थित दूतावासों ने किया एक दूसरे से संपर्क
ऐसे प्रवासी भारतीयों की जानकारी के लिए पनामा, कोस्टा रिका और निकारागुआ में स्थित भारतीय दूतावास ने एक दूसरे को जानकारी साझा करने के लिए गुरुवार को एक्स पर संपर्क किया, लेकिन पनामा पहुंचने वाले भारतीयों की संख्या की जानकारी नहीं मिली. बताया जा रहा है भारतीयों का समूह अमेरिकी सरकार द्वारा पनामा भेजे गए 299 प्रवासियों के एक बड़े समूह का हिस्सा है.
पनामा ने 98 प्रवासियों को कैंप में किया शिफ्ट
इस बीच जानकारी मिली है कि पनामा ने अमेरिका द्वारा निर्वासित किए गए अलग-अलग देशों के 98 लोगों को डेरियन प्रांत के एक कैंप में शिफ्ट कर दिया. क्योंकि इन लोगों ने अपने देश लौटने से इनकार कर दिया. एक सरकारी अधिकारी ने अपनी पहचान उजागर न करने की शर्त पर कहा है कि डेरियन भेजे गए प्रवासियों ने अपने देश वापस जाने से इनकार कर दिया है.
उन्हें तब तक यहीं रखा जाएगा, जब तक कि उन्हें लेने के लिए कोई तीसरा देश आगे नहीं आता. बता दें कि पनामा पहंचे 299 अवैध प्रवासियों में से केवल 171 ही अपने देश लौटने के लिए सहमत हुए हैं. गौरतलब है कि अवैध प्रवासियों के खिलाफ ट्रंप प्रशासन की कार्रवाई के बीच अब तक कुल 332 भारतीय भी तीन विमानों के माध्यम से भारत पहुंच चुके हैं.