France: ‘पुतिन बहुत जल्दी मरने वाले हैं’, युद्ध के बीच जेलेंस्की ने किया दावा; कैसी है पुतिन की सेहत?

फ्रांस की राजधानी पैरिस में एक इंटरव्यू ने जेलेंस्की ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि पुतिन जल्द मरने वाला है. ये एक बड़ा फैक्ट है. इसके बाद सब कुछ खत्म हो जाएगा. इस बयान से थोड़ी देर पहले ही जेलेंस्की ने फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों से मुलाकात की थी.  

फ्रांस की राजधानी पैरिस में एक इंटरव्यू ने जेलेंस्की ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि पुतिन जल्द मरने वाला है. ये एक बड़ा फैक्ट है. इसके बाद सब कुछ खत्म हो जाएगा. इस बयान से थोड़ी देर पहले ही जेलेंस्की ने फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों से मुलाकात की थी.  

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Jalaj Kumar Mishra
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Ukrainian President Zelenskyy Claims Putin will die Soon

Russian Prez Putin

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है. युद्ध को तीन साल बीत गए हैं. इस बीच यूक्रेन की ओर से एक चौंकाने वाला बयान सामने आया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने दावा किया है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन बहुत जल्दी मरने वाले हैं. फ्रांस की राजधानी पैरिस में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से मुलाकात करने के बाद एक इंटरव्यू ने जेलेंस्की ने ये बात कही. जेलेंस्की ने मीडिया से कहा कि पुतिन जल्द मरने वाला है और ये फैक्ट है. इसके बाद सब कुछ खत्म हो जाएगा. 

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पुतिन की सेहत कमजोर?

बता दें, पिछले कुछ वर्षों में पुतिन की सेहत को लेकर कई खबरें आईं हैं. अंग्रेजी के बड़े अखबार ने हाल में अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि पिछले काफी समय से पुतिन का चेहरा अकसर फूला हुआ दिखता है. इसके अलावा, कई सार्वजिक बैठकों में उन्हें कुर्सी पकड़कर बैठा देखा गया है. उनके हाथों और पैरों में अनियंत्रित हरकतें और शरीर में कंपन नजर आता है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पुतिन को कैंसर और पार्किंसन जैसी गंभीर बीमारियां भी हैं. साल 2022 में वे एक मीटिंग में झुककर बैठे थे. वे टेबल को पकड़कर उठ रहे थे. उनकी आवाज उसमें लड़खड़ा रही थीं, ये सब बातें इशारा करती हैं कि पुतिन की सेहत सच में ठीक नहीं है. फिर से बता दें, ये पुतिन की सेहत को लेकर किए गए तमाम दावे मीडिया रिपोर्ट पर आधारित है, न्यूजनेशन इसके बारे में पुष्टि नहीं करता है. 

राजनीतिक संकेत या मनोवैज्ञानिक वार?

राजनीतिक और वैश्विक मुद्दों के एक्सपर्ट्स का कहना है कि जेलेंस्की का बयान सिर्फ स्वास्थ्य से संबंधित टिप्पणी नहीं है. बल्कि इसे राजनीतिक मनौवैज्ञानिक हमला कहा सजा सकता है. पुतिन पर दबाव बनाने के लिए और रूसी सत्ता के अंदरूनी ढांचे को हिलाने के लिए ये एक बड़ी चाल हो सकती है. 

रूस पर बढ़ता अंतरराष्ट्रीय दबाव

बता दें, फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने भी रूस के साथ मिलकर रूस के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है. उन्होंने कहा कि रूस को बिना किसी शर्त के 30 दिनों के युद्ध विराम को स्वीकार करना चाहिए. मैक्रों ने साथ में यूक्रेन के लिए 2.2 बिलियन डॉलर की नई सैन्य मदद देने का ऐलान किया है.

      
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