मिडिल ईस्ट में तीसरे विश्व युद्ध का खतरा बन चुका है. एक ओर इजरायल के साथ अमेरिका, जॉर्डन, जर्मनी, फ्रांस जैसे देश खड़े हैं. वहीं ईरान के साथ रूस और चीन खड़ा है. इजरायल को अमेरिका का साथ मिला है. ऐसे में वह बिना किसी की परवाह के ईरान पर हमले कर रहा है. वहीं ईरान हमले का माकूल जवाब दे रहा है. मगर इसे इजरायल का सुरक्षा कवच रोक रहा है. इस दौरान ऐसे हालात बने हुए हैं कि कभी भी रूस और चीन जैसे देश भी इस युद्ध में शामिल हो सकते हैं. रूस का कहना है कि यह संप्रुभता पर हमला है. इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. चीन ने भी इसका समर्थन किया है. ईरान के पास इस समय चीन के बने हथियारों का जखीरा है. वह कभी भी बड़ा हमला कर सकता है. ऐसे में युद्ध लंबा खिंच सकता है. इस दौरान हथियारों की होड़ भी लगेगी. दोनों देश एक दूसरों पर पर बड़ा हमला कर सकते हैं.