अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का महत्वाकांक्षी कर छूट और खर्च में कटौती बिल पर मंगलवार को सीनेट कुछ अंतर से पास हो गया. बिल के पक्ष और विरोध में 50-50 मत मिले हैं. इसके बाद उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने अपना वोट देकर इसे मंजूरी दिलाई. विधेयक का विरोध करने वाले तीन रिपब्लिकन सांसदों में थॉम थिलिस, सुजैन कॉलिन्स और केंटकी रैंड पॉल शामिल थे.
ट्रंप के कर छूट और खर्च कटौती बिल पर सीनेट में सोमवार को देर रात तक तीखी बहस चली. हंगामेदार सत्र के बीच रिपब्लिकन सांसद जहां इस विधेयक के लिए समर्थन जुटाते नजर आए. वहीं, विपक्षी डेमोक्रेट सदस्य इसे गिराने के लिए पेश संशोधनों को पारित कराने का प्रयास करते दिखे.
बिल एक थ्री इन वन बिल है
द वन बिग ब्यूटीफुल बिल एक थ्री इन वन बिल है. इसमें करों में कटौती, सुरक्षा और सीमा नीति और सामाजिक कल्याण में कटौती है. इसमें करों में कटौती में ओवरटाइम और टिप्स पर टैक्स छूट, नवजात बच्चे के लिए खास क्रेडिट की व्यवस्था, सुरक्षा और सीमा नीति के तहत राष्ट्रीय रक्षा में 150 बिलियन डॉलर से ज्यादा बॉर्डर वॉल और कानून प्रवर्तन के लिए 350 बिलियन तथा अप्रवासियों को डिपोर्ट करने की योजना को रखा गया है. वहीं तीसरा भाग सामाजिक कल्याण में कटौती है. इसके तहत मेडिकएड में बड़े पैमाने पर कटौती की तैयारी है.
जाने क्या है विवाद
बिल को पेश करते समय ट्रंप प्रशासन की ओर से दावा किया गया कि ये बिल अगले दस वर्ष में 2 से 3 ट्रिलियन तक का घाटा कम होगा. सीनेट बजट ऑफिस का मानना था कि इस विधेयक से 3 ट्रिलियन तक का ज्यादा घाटा हो सकता है. एलन मस्क भी बिल के पक्ष में नहीं है. वह इसे पागलपन बता चुके हैं.
द बिग ब्यूटीफुल बिल नाम दिया
कर और खर्च कटौती बिल को ट्रंप ने द बिग ब्यूटीफुल बिल नाम दिया. सीनेट का प्रयास है कि यह 4 जुलाई तक राष्ट्रपति ट्रंप की मेज पर पहुंच जाए. सीनेटरों को विशिष्ट बजट नियमों का पालन करना होगा. जीओपी सम्मेलन में पर्याप्त समर्थन जुटाना होगा. सीनेट से बिल को सहमति मिल गई है. सदन में भी इसे मंजूर किया गया. इसके बाद ट्रंप इस पर हस्ताक्षर करेंगे.