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प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप Photograph: (NN)
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर लगाए गए भारी टैरिफ को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वर्तमान टैक्स नीति टिकाऊ नहीं है, यानी इतने ऊंचे शुल्क लंबे समय तक नहीं चल सकते हैं. Fox Business Network को दिए एक इंटरव्यू में ट्रंप से पूछा गया कि क्या अमेरिका और चीन के बीच लगाए गए ये ऊंचे टैरिफ हमेशा जारी रह सकते हैं? इस पर ट्रंप ने कहा, “यह टिकाऊ नहीं है. उन्होंने मुझे ऐसा करने के लिए मजबूर किया.”
चीन के साथ सबकुछ हो जाएगा ठीक
ट्रंप ने बताया कि वह दो हफ्तों के भीतर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे और उम्मीद जताई कि बातचीत से कुछ सकारात्मक परिणाम निकलेंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें भरोसा है कि चीन के साथ सब ठीक हो जाएगा.” ट्रंप ने बातचीत के दौरान यह भी कहा कि चीन हमेशा व्यापार में फायदा उठाने की कोशिश करता है. उन्होंने कहा, “चीन हमेशा किसी न किसी तरह का फायदा ढूंढता है, अब देखते हैं आगे क्या होता है.”
दुनिया की अर्थव्यवस्था हो रही है प्रभावित
दोनों देशों के बीच चल रहा ट्रेड वॉर अभी भी दुनिया की अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर रहा है. अमेरिका ने चीन के सामान पर 145% तक आयात शुल्क बढ़ा दिया है, जिससे सप्लाई चेन और वैश्विक व्यापार को नुकसान पहुंचा है. हालांकि दोनों देशों ने इस साल की शुरुआत में 90 दिन का ट्रेड ट्रूस (यानी अस्थायी समझौता) किया था, लेकिन वह 10 नवंबर को खत्म होने वाला है. अगर बातचीत में प्रगति नहीं हुई, तो ट्रंप ने चेतावनी दी है कि 1 नवंबर से चीन पर 100% अतिरिक्त टैक्स लगाया जा सकता है.
शी जिनपिंग से बेहतर हैं रिश्ते
ट्रंप ने यह भी इशारा दिया कि अगर बातचीत आगे नहीं बढ़ी तो वह एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) शिखर सम्मेलन के दौरान शी जिनपिंग से होने वाली मुलाकात रद्द भी कर सकते हैं. हालांकि तमाम तनाव के बीच ट्रंप ने कहा कि उनका शी जिनपिंग से रिश्ता अच्छा है और वह उम्मीद करते हैं कि दोनों देशों के बीच कोई फेयर डील जरूर बनेगी. “मैं शी जिनपिंग के साथ अच्छा रिश्ता रखता हूं. मुझे लगता है कि सब ठीक होगा, लेकिन डील निष्पक्ष होनी चाहिए.” अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह वार्ता असफल रही, तो इसका असर न सिर्फ अमेरिका और चीन पर बल्कि पूरी वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है.
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