भारत ने शुक्रवार को मांग की कि पाकिस्तान जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे. ऐसी खबर है कि आतंकी ने बहावलपुर में एक सार्वजनिक सभा में भाषण दिया था. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि अगर रिपोर्ट सटीक है, तो यह आतंकवाद पर पाकिस्तान के "दोहरेपन" को दर्शाता है. “हम मांग करते हैं कि अजहर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. उसे न्याय के कटघरे में लाया जाए. जयसवाल का कहना है कि हमेशा इस बात से इनकार किया गया है कि वह पाकिस्तान में नहीं है.
ये भी पढे़ं: भारत के लिए बड़ी टेंशन! बांग्लादेश के इस फैसले से पाकिस्तान में खुशी की लहर
उन्होंने कहा,'अगर रिपोर्ट सही है तो यह पाकिस्तान के दोहरेपन को दर्शाता है. मसूद अजहर भारत पर सीमा पार आतंकी हमलों में शामिल है और हम चाहते हैं कि उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.' एक सवाल के जवाब में उन्होंने अपनी साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में यह टिप्पणी की.
सदस्यों को अपना भाषण दिया
मंगलवार को समूह के ऑनलाइन डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अजहर ने जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के सदस्यों को अपना भाषण दिया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह भाषण आतंकी संगठन के 20 साल पूरे पर दिया गया. अजहर के भाषण में एक नए वैश्विक इस्लामी ढांचे के निर्माण के लक्ष्य के साथ भारत और इजराइल के खिलाफ आतंकवादी कार्रवाइयों वादा किया गया था.
तारीख या स्थान का खुलासा नहीं किया
जैश-ए-मुहम्मद ने अजहर के भाषण की तारीख या स्थान का खुलासा नहीं किया. जबकि समूह के डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म ने कभी-कभी मसूद अज़हर के पिछले भाषणों को साझा किया है. जैश ऑपरेशन से परिचित एक भारतीय खुफिया अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि भाषण संभवत: पिछले माह के अंत में पाकिस्तान के बहावलपुर के पास उम्म-उल-कुरा मदरसा और मस्जिद परिसर में दिया गया था.
ब्लॉक और कई आवास इकाइयां शामिल हैं
1,000 एकड़ की इस सुविधा में एक प्रशासनिक ब्लॉक और कई आवास इकाइयां शामिल हैं. 2003 में जैश के एक गुट की ओर से पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक जनरल परवेज़ मुशर्रफ की हत्या की कोशिश के बाद से अजहर को सार्वजनिक उपस्थिति पर प्रतिबंध लगा दिया गया था.