भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से वापस लौट आएं हैं. वापस आने के बाद उन्होंने अपना अनुभव साझा किया. उन्होंने कहा कि 20 दिनों तक मैं माइक्रोग्रेविटी एरिया में रहा. अब ग्रेविटी में रहने की कोशिश कर रहा हूं. उन्होंने कहा कि धरती पर लौटकर फोटो क्लिक करने के लिए फोन मांगा, मैंने जब फोन पकड़ा तो वह मुझे बहुत भारी लग रहा था. उन्होंने एक और किस्सा साझा किया. उन्होंने कहा कि एक बार मैं अपने बिस्तर पर बैठा था और लैपटॉप बंद करके बिस्तर से किनारे खिसका दिया. मुझे लगा कि वह हवा में ही रहेगा, मैं भूल गया था कि मैं अब ग्रेविटी में हूं. शुक्र है कि फर्श पर कालीन बिछी हुई थी, जिस वजह से उसे कोई भी नुकसान नहीं हुआ. मजे की बात है कि शुभांशु स्पेस स्टेशन से लौटने के बाद से पैदल चलने की प्रैक्टिस कर रहे हैं। अब तक बॉडी पर फुल कंट्रोल नहीं आया है.
बता दें, शुभांशु एक्सियोम-4 मिशन के तहत 25 जून को धरती से आईएसएस के लिए रवाना हुए थे और 15 जुलाई को वे पृथ्वी पर लौटकर आए. उम्मीद है कि अगस्त के दूसरे या फिर तीसरे सप्ताह तक भारत लौट सकते हैं.
पीएम मोदी ने कहा था- जो-जो करो, उसकी फोटो क्लिक करना
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शुक्ला ने कहा कि 41 साल बाद एक भारतीय अंतरिक्ष से लौटा है. इस बार ये सिर्फ एक छलांग नहीं थी बल्कि भारत की दूसरी उड़ान की शुरुआत थी. हम इसके लिए अब तैयार हैं. उन्होंने कहा कि पूरी यात्रा के सबसे यादगार लम्हों में एक पल वह भी था, जब पीएम मोदी ने उनसे बात की थी. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी मुझसे बात कर रहे थे और तिरंगा मेरे पीछे लहरा रहा था, ये कितने गर्व की बात है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने मुझे बोला था कि मैं वहां जो भी कर रहा हूं, उन सब की फोटो क्लिक करूं और मैंने ऐसा किया भी.
एक्सियम-4 मिशन का हिस्सा थे शुभांशु शुक्ला
शुभांशु शुक्ला के एक्सियम-4 मिशन की एक सीट के लिए भारत ने 548 करोड़ रुपए चुकाए थे. ISS में शुभांशु को इंडियन एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स के 7 प्रयोग करने थे, जो ज्यादातर बायोलॉजिकल स्टडीज के थे. इसके अलावा, उन्हें NASA के साथ पांच अन्य प्रयोग भी करने थे.