Operation Herof: बलूचिस्तान में आज़ादी के लिए लड़ रही बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने अपने सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन हेरोफ’ के तहत पाकिस्तान की सेना और खुफिया एजेंसियों के खिलाफ एक के बाद एक कई हमले किए हैं. इन कार्रवाइयों में BLA के स्वतंत्रता सेनानियों ने ओर्नाच, पंजगुर, कालात, नुश्की और सिबी समेत कुल 7 जगहों पर अलग-अलग ऑपरेशनों को अंजाम दिया है. बलूच लिबरेशन आर्मी के प्रवक्ता जीयंद बलोच ने ये जानकारी दी.
बीते चार दिन से बीएलए कर रही हमले
बीएलए बीते चार दिन से लगातार पाकिस्तान में कई जगहों पर हमले कर रही है. शनिवार रात को BLA के लड़ाकों ने खुज़दार जिले के ओर्नाच क्रॉस पर मुख्य राजमार्ग पर कब्जा कर लिया और दो घंटे से अधिक समय तक नियंत्रण बनाए रखा. इस दौरान उन्होंने गुजरने वाले वाहनों की जांच की और बलूच संसाधनों की लूट में शामिल दो वाहनों को निशाना बनाया. इस दौरान उन्होंने एक लेवीज़ फोर्स की चौकी पर कब्जा कर उसे आग के हवाले कर दिया.
इसी तरह रविवार की रात को पंजगुर के नोकाबाद क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना की एक चौकी पर हमला किया गया. ऑटोमैटिक हथियारों और रॉकेट लॉन्चरों से किए गए इस हमले में पाकिस्तानी सेना के कम से कम दो जवान मारे गए और पांच घायल हुए. ये हमला करीब 25 मिनट तक चला.
सेना की निगरानी व्यवस्था को कमजोर करने पर जोर
पंजगुर के ही पारूम जैन क्षेत्र में BLA ने पाकिस्तानी सेना की ओर से लगाए गए निगरानी कैमरों को जब्त कर लिया गया. यह कार्रवाई सेना की निगरानी व्यवस्था को कमजोर करने के मकसद से की गई थी.
दो पाकिस्तानी सैनिक मारे गए
बलूच लड़ाकों ने कालात के गराप क्षेत्र में पाकिस्तानी बम निरोधक दस्ते (Bomb Disposal Squad) को उस वक्त निशाना बनाया जब वे एक क्लियरेंस ऑपरेशन में लगे हुए थे. इस रिमोट कंट्रोल IED विस्फोट में दो पाकिस्तानी सैनिक मारे गए.
इसके अलावा, नुश्की के गलंगोर इलाके में BLA ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के चार एजेंटों को मार गिराया. ये एजेंट थे: मोइन (पाकपत्तन निवासी), हज़ैफा (पाकपत्तन निवासी), इमरान अली और इरफान अली (दोनों रहीम यार खान निवासी). 9 मई को इन एजेंटों को अहमदवाल क्षेत्र में एक नाकेबंदी के दौरान गिरफ्तार किया गया था, जहां पूछताछ में इन्होंने पाकिस्तानी सेना और उसकी एजेंसियों के लिए काम करने की बात कबूल की.
बलूच सेनानियों ने सिबी रेलवे स्टेशन पर स्थित पाकिस्तानी सेना की चौकी पर ग्रेनेड से हमला किया, जबकि कच्ची जिले के माथरी क्षेत्र में हुई एक सीधी मुठभेड़ में तीन पाकिस्तानी सैनिक घायल हो गए.
BLA का संदेश साफ
BLA ने साफ किया है कि ये सभी हमले बलूचिस्तान की आज़ादी और आत्मनिर्णय के अधिकार की लड़ाई का हिस्सा हैं. संगठन ने चेतावनी दी है कि जब तक बलूच राष्ट्र की पूर्ण स्वतंत्रता हासिल नहीं हो जाती, तब तक ऐसी सशस्त्र कार्रवाइयां जारी रहेंगी.
इस अभियान से पाकिस्तान की सुरक्षा और खुफिया तंत्र पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है और एक बार फिर बलूचिस्तान की आजादी की मांग अंतरराष्ट्रीय पटल पर मुखर हो उठी है.
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