पाक आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप, रिश्तेदारों की मौज, सकते में फ़ौज

आर्मी चीफ की पत्नी इरम मुनीर के रिश्तेदार मोहसिन नकवी को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन और देश के गृह मंत्री जैसे प्रभावशाली पदों पर बैठा दिया गया, जबकि उनके पास इन जिम्मेदारियों का कोई पूर्व अनुभव नहीं था.

आर्मी चीफ की पत्नी इरम मुनीर के रिश्तेदार मोहसिन नकवी को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन और देश के गृह मंत्री जैसे प्रभावशाली पदों पर बैठा दिया गया, जबकि उनके पास इन जिम्मेदारियों का कोई पूर्व अनुभव नहीं था.

Madhurendra Kumar & Mohit Sharma
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Pak Army Chief General Asim Munir

Pak Army Chief General Asim Munir Photograph: (Social Media)

पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर पर भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के गंभीर आरोप सामने आए हैं. उनके पद संभालने के बाद से सैन्य मुख्यालय (GHQ) की नागरिक संस्थाओं पर पकड़ काफी मजबूत हो गई है. उनके रिश्तेदारों और करीबी सहयोगियों को बिना योग्यता और प्रक्रिया के अहम सरकारी पदों पर नियुक्त किया गया है, जिससे देश में सैन्य वर्चस्व और कुप्रशासन की स्थिति और बद से बदतर हो गई है.

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बाबर अली शाह और हजरा सोहैल की तेजी से बढ़ती ताकत

जनरल मुनीर के मामा सैयद बाबर अली शाह, 2023 की शुरुआत से ही इस्लामाबाद के "छिपे हुए राजा" माने जा रहे हैं. उन्होंने कई महत्वपूर्ण नियुक्तियों और पुरस्कारों में अहम भूमिका निभाई, जिनमें FIA के पूर्व DG अहमद इसहाक जाहंगीर की नियुक्ति भी शामिल है.

जनरल मुनीर की चचेरी बहन हजरा सोहैल, जो नवंबर 2022 में पाकिस्तान एजुकेशन एंडोमेंट फंड (PEEF) में छात्रवृत्ति प्रबंधक थीं, को अचानक एक वरिष्ठ पद पर नियुक्त किया गया. कुछ महीनों में ही वह उसी संस्था की CEO बन गईं.

मोहत्सिन नकवी: बिना अनुभव के ताकतवर पदों पर काबिज

आर्मी चीफ की पत्नी इरम मुनीर के रिश्तेदार मोहसिन नकवी को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन और देश के गृह मंत्री जैसे प्रभावशाली पदों पर बैठा दिया गया, जबकि उनके पास इन जिम्मेदारियों का कोई पूर्व अनुभव नहीं था. दुबई लीक्स में नकवी की पत्नी के नाम पर एक संपत्ति का खुलासा हुआ है, जो कथित रूप से मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी है. खबरें हैं कि उन्होंने अमेरिका में 16 अरब रुपये से अधिक की रकम ट्रांसफर की, जो गेंहू आयात में मिली कमीशन से अर्जित की गई थी. यह गेंहू सौदा उस समय हुआ जब अनवर-उल-हक काकर के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में थी, जिसे सेना द्वारा लगाया गया था.

जनरल मुनीर पर 90 करोड़ की रंगदारी मांगने का आरोप

गुजरांवाला के कोर कमांडर रहते हुए, जनरल मुनीर पर मास्टर टाइल्स के CEO शेख महमूद इकबाल से 90 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप है. कथित तौर पर यह धनराशि मकाऊ स्थित एक बैंक खाते में ट्रांसफर करने की मांग की गई थी.

ISI और सैन्य संस्थाओं में भ्रष्टाचार का जाल

ISI में मेजर जनरल काशिफ आज़ाद ने अपने पसंदीदा अफसरों को नियुक्त कर भ्रष्टाचार के नए रास्ते खोल दिए हैं. लेफ्टिनेंट कर्नल सोहेल अख्तर को पोस्टिंग में दलाली के लिए फ्रंटमैन बताया गया है. इसी तरह, FC बलूचिस्तान में कर्नल शहज़ाद रज़ा पर नशा और तेल तस्करी से अर्जित धन से चकला स्कीम-3 में मकान खरीदने का आरोप है. उनकी पत्नी नादिया बटूल का संबंध आर्मी चीफ की पत्नी इरम मुनीर से जोड़ा जा रहा है.

ISI चीफ और कस्टम इंटेलिजेंस DG के बीच सांठगांठ

ISI प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम और पाकिस्तान कस्टम इंटेलिजेंस के DG फैज़ अहमद चधर के बीच कथित गठजोड़ भी सामने आया है. फैज़ चधर को पांच वर्षों में BPS-19 से BPS-22 तक तेज़ी से प्रमोट किया गया. आरोप है कि वह अंजुम और उनके करीबियों को कीमती तोहफे देकर विशेष फायदे ले रहे हैं.

जनरल मुनीर पर प्राकृतिक संसाधन बेचने की साजिश का भी आरोप

रिपोर्ट्स के अनुसार, जनरल मुनीर पाकिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों को विदेशी ताकतों को सौंपने की कोशिश में हैं. देश की जनता और संविधान की परवाह किए बिना, वह अपनी सत्ता बनाए रखने के लिए खनिज संपत्तियों की नीलामी कर रहे हैं.

लोकतंत्र के बजाय सैन्य तानाशाही की ओर पाकिस्तान

इन आरोपों से साफ है कि पाकिस्तान में लोकतांत्रिक संस्थाएं एक दिखावा बनकर रह गई हैं और असली नियंत्रण GHQ के हाथों में है. जब तक इन आरोपों की निष्पक्ष जांच नहीं होती और जिम्मेदारों को सजा नहीं दी जाती, पाकिस्तान में कानून का राज केवल एक कल्पना ही रहेगा.

Pak Army Chief General Asim Munir
      
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