Israel-Iran टकराव के बीच सीक्रेट टॉक्स, आखिर क्या हो रही बातचीत?

मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच, अमेरिका और ईरान की पर्दे के पीछे कूटनीतिक संवाद जारी है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और ईरान के उप विदेश मंत्री अब्बास अराक़ची के बीच पिछले सप्ताह से कई बार टेलीफोन पर बातचीत हो चुकी है.

मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच, अमेरिका और ईरान की पर्दे के पीछे कूटनीतिक संवाद जारी है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और ईरान के उप विदेश मंत्री अब्बास अराक़ची के बीच पिछले सप्ताह से कई बार टेलीफोन पर बातचीत हो चुकी है.

author-image
Ravi Prashant
New Update
khamenei and trump

डोनाल्ड ट्रम्प और खामेनेई Photograph: (X)

मिडिल ईस्ट में तेजी से बढ़ते तनाव बाद भी अमेरिका और ईरान के बीच पर्दे के पीछे कूटनीतिक बातचीत जारी है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और ईरानी विदेश उपमंत्री अब्बास अराकची के बीच पिछले सप्ताह से कई बार फोन पर बातचीत हुई है. ये बातचीत तब शुरू हुई जब 13 जून से इजराइल ने ईरान पर हमले शुरू किए.

Advertisment

गोलियों के सामने में नहीं होगी बात

रिपोर्ट में तीन राजनयिकों के हवाले से बताया गया है कि इन संवादों का उद्देश्य तनाव को कम करना और क्षेत्रीय संघर्ष को रोकना है. हालांकि, ईरान ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक इज़राइल अपने सैन्य अभियान को नहीं रोकता, तब तक वह किसी भी प्रकार की कूटनीतिक वार्ता में हिस्सा नहीं लेगा. एक राजनयिक ने कहा, “तेहरान गोलियों के साए में कोई बातचीत नहीं करेगा.”

इस बीच, अमेरिका के विदेश विभाग और ईरान के विदेश मंत्रालय ने इन गुप्त वार्ताओं की पुष्टि नहीं की है. लेकिन अमेरिका के सहयोगी देशों की ओर से भी लगातार संयम बरतने की अपील की जा रही है, क्योंकि आशंका है कि यह संघर्ष व्यापक युद्ध का रूप ले सकता है.

एक हफ्ते से जारी है संघर्ष

इजराइल के रक्षा मंत्री इसराइल काट्ज ने ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई के खिलाफ अब तक का सबसे तीखा बयान देते हुए कहा, “अब खामेनेई को जीवित नहीं रहने दिया जा सकता.” उन्होंने खामेनेई को “कायर तानाशाह” बताया और उन पर युद्ध अपराधों का आरोप लगाया.

खामेनेई ने दी अमेरिका को चेतावनी

तेल अवीव के पास एक अस्पताल पर मिसाइल हमले के बाद यह बयान आया जिसमें 47 लोग घायल हुए. इजराइल का कहना है कि यह हमला जानबूझकर आम नागरिकों को निशाना बनाकर किया गया था. वहीं, ईरानी सर्वोच्च नेता खामेनेई ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की "बिना शर्त आत्मसमर्पण" की मांग को सख्ती से खारिज कर दिया है.

खामेनेई ने चेतावनी दी कि अगर अमेरिका ने सैन्य हस्तक्षेप किया तो उसे अपूरणीय क्षति उठानी पड़ेगी. उन्होंने कहा, “ईरानी राष्ट्र को झुकाया नहीं जा सकता,” और धमकी की भाषा को पूरी तरह अस्वीकार कर दिया.

ये भी पढ़ें- वाशिंगटन से उड़े "डूम्सडे प्लेन", परमाणु हमले को लेकर अमेरिका ने की बड़ी तैयारी

iran America Israel Iran War News israel iran war Israel
      
Advertisment