देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दो दिनों के लिए चीन में हैं. वे एससीओ देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक में शामिल होने गए हैं. सम्मेलन में राजनाथ सिंह ने आतंकवाद की कड़ी निंदा की. समिट मे राजनाथ सिंह ने पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बारे में भी बात की. उन्होंने चीन से चीन के ही बेस्ट फ्रेंड यानी पाकिस्तान को लताड़ लगाई है. बैठक में राजनाथ ने कहा कि बैठक के लिए किंगदाओ आना मेरे लिए खुशी की बात है.
दोहरे रवैये के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए
राजनाथ सिंह ने बैठक में बोलते हुए कहा कि मैं मेजबानों को गर्मजोशी भरे आतिथ्य के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. एससीओ परिवार में नए सदस्य के रूप में शामिल होने पर मैं बेलारूस को बधाई देता हूं. इसके बाद वे आतंकवाद पर खूब गरजे. उन्होंने कहा कि कुछ देश सीमा पार से आतंकवाद का इस्तेमाल करते हैं. वे आतंकियों को पनाह देते हैं. ऐसे दोहरे रवैये के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए. ऐसे देशों की आलोचना करने में एससीओ को संकोच नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि कोई भी देश फिर चाहे वह कितना बड़ा और शक्तिशाली क्यों न हो, वह अकेले काम नहीं कर सकता है.
'एक साथ नहीं चल सकते शांति और आतंकवाद'
सिंह ने आगे कहा कि हमारे क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौतियां सुरक्षा, शांति और विश्वास की कमी है. समस्याओं का मूल कारण उग्रवाद, आतंकवाद और कट्टरपंथ है. शांति-समृद्धि और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते हैं. बैठक में राजनाथ ने कहा कि 22 अप्रैल 2025 को आतंकवादी समूह पहलगाम में आतंकियों ने निर्दोष पर्यटकों की हत्या की. एक नेपाली नागरिक सहित कुल 26 लोगों की मौत हुई. द रेजिस्टेंट फ्रंट ने हमले की जिम्मेदारी ली है, जो लश्कर-ए-तैयबा का साथी है.