Russia Ukraine War
पुतिन का कॉन्फिडेंस आसमान छू रहा है तो दुश्मनों में हाहाकार मचा हुआ है. महाजंग से पहले व्लादमीर पुतिन को शी जिनपिंग का खुला समर्थन मिल गया. रूस और चीन का साथ आना नाटो देशों को बड़ा झटका देगा.
रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 3 सालों से लगातार यह युद्ध चल रहा है. ऐसे में दुनिया दो खेमों में बंटी हुई नजर अभी आ रही है. और सबसे बड़ी बात कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग खुलकर पुतिन का सपोर्ट भी कर रहे हैं. आने वाले वक्त में क्या हो सकता है? रूस के आसमान में कयामत बरस रही है. यूक्रेन की धरती पिछले 3 साल से लहूलुहान हो रही है. पुतिन के जंगी फाइटर्स ताबड़तोड़ स्ट्राइक कर रहे हैं. जेलस्की के देश में कहर बनकर टूट रहे हैं. व्लादमीर पुतिन अपने सबसे विध्वंसक अवतार में आ चुके हैं. अलास्का और बीजिंग की बाजी जीतने के बाद फ्रंट फुट पर खेल रहे हैं.
पुतिन का कॉन्फिडेंस आसमान छू रहा है
पुतिन का कॉन्फिडेंस आसमान छू रहा है तो दुश्मनों में हाहाकार मचा हुआ है. महाजंग से पहले व्लादमीर पुतिन को शी जिनपिंग का खुला समर्थन मिल गया. रूस और चीन का साथ आना नाटो देशों को बड़ा झटका देगा. दावा है कि रूस और चीन के बीच सीक्रेट डील हुई. जिनपिंग ने रूस की मदद के लिए अपनी घातक मिसाइल देने की बात कही. यह मिसाइल है जेएल वन एयर लॉन्च्ड बैलेस्टिक मिसाइल, जिसे हाल ही में चीन ने मिलिट्री परेड में पहली बार दुनिया को दिखाया. अमेरिका और यूरोपीय देशों को डराया. जेएल वन की मारक क्षमता 7000 से 8000 कि.मी. है. अलास्का से ऑस्ट्रेलिया तक टारगेट कर सकता है. इसमें न्यूक्लियर वॉरहेड लगाया जा सकता है. एक वॉरहेड में 500 किलोटन विस्फोटक रख सकते हैं. जेल वन चीन के न्यूक्लियर ट्राइड को पूरा करता है. अमेरिका के लिए इसे इंटरसेप्ट करना बहुत मुश्किल है क्योंकि यह एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम को भेद सकता है.
चीन का साथ पाकर रूस और ताकतवर बन रहा है
चीन का साथ पाकर रूस और ताकतवर बन रहा है. रूस का हर योद्धा यूक्रेन के शहरों में तबाही मचा रहा है. रूस ने इस बार इतने ड्रोन बरसाए कि कई इमारतें खंडहर में तब्दील हो गई. सेना की कई गाड़ियां आग का गोला बन गई. यूक्रेन और आसपास पश्चिमी सैनिकों की तैनाती लगातार बढ़ रही है. यह हमें उचित कारवाई करने पर मजबूर कर रहा है. इसीलिए अगर कुछ सैनिक वहां दिखाई देते हैं, कोई सैन्य अभियान चलता है, तो हम नहीं रुकेंगे. अपने टारगेट को ध्वस्त करेंगे. पुतिन के प्रतिशोध के डर से जेलस्की थर-थर कांप रहे हैं. डोनाल्ड ट्रंप अब रूस यूक्रेन जंग में दखल देने से बच रहे हैं. इसी वजह से जेलस्की अब नेटो देशों के भरोसे हैं. वहीं पुतिन का संदेश साफ है. जो रूस से टकराएगा वो दुनिया में मिट जाएगा.