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Photograph: (Social Media)
रूस और यूक्रेन के बीच जंग लगातार तेज होती जा रही है. रविवार (28 सितंबर) रात रूस ने यूक्रेन पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया. यह हमला करीब 12 घंटे चला. इस दौरान रूस ने 595 ड्रोन और 48 मिसाइलें दागीं. इनमें खतरनाक हाइपरसोनिक किंझाल मिसाइलें भी शामिल थीं. यूक्रेन ने इसे आतंकवादी हमला बताया.
❗️🇷🇺🇺🇦 One of the largest attacks in months:
— WAR (@warsurveillance) September 28, 2025
Zelensky says Russia unleashed nearly 500 drones and over 40 missiles in a 12-hour assault on Ukraine.
▪️ Four killed in Kyiv, including a 12-year-old girl
▪️ At least 40 wounded across the country, many of them children
▪️ Cities… pic.twitter.com/qhYbmYgzze
कीव में सबसे ज्यादा नुकसान
आपको बता दें कि हमले का सबसे बड़ा निशाना यूक्रेन की राजधानी कीव और उसके आसपास के इलाके रहे. यहां नागरिक इलाकों को निशाना बनाया गया. कार्डियोलॉजी इंस्टीट्यूट की इमारत पर सीधा हमला हुआ, जिसमें 12 साल की बच्ची समेत 4 लोगों की मौत हो गई और 40 से ज्यादा लोग घायल हुए.
इसके अलावा ओडेसा, जापोरिज्जिया, सुमी, मिकोलेव, चेर्नीहीव और खमेलनित्सकी जैसे शहर भी निशाने पर रहे. कई रिहायशी इमारतें, एक किंडरगार्टन, मेडिकल सुविधाएं और फैक्ट्रियां बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं.
वायुसेना का दावा- 566 ड्रोन और 45 मिसाइलें मार गिराईं
यूक्रेन की वायुसेना ने बयान जारी कर कहा कि रूस के 595 ड्रोन और 48 मिसाइलों में से 566 ड्रोन और 45 मिसाइलों को मार गिराया या जाम कर दिया गया. बावजूद इसके, कुछ हथियार जमीन पर गिरे और भारी नुकसान हुआ.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इस हमले को आतंकवादी हमला बताया. उन्होंने कहा कि यह हमला संयुक्त राष्ट्र महासभा सप्ताह के दौरान किया गया है, जिससे साफ है कि रूस शांति नहीं बल्कि युद्ध चाहता है. उन्होंने दुनिया से अपील की कि रूस की ऊर्जा आय बंद की जाए और उस पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाएं.
रूस की शर्त पर बातचीत की पेशकश
हमले के बाद रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि रूस बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन पहले उसकी सुरक्षा चिंताओं और रूसी भाषी लोगों के अधिकारों को समझा जाए. वहीं यूक्रेन ने साफ किया कि वह हर हमले का जवाब देगा और दुनिया से शांति बहाल करने के लिए समर्थन की मांग की.
रिहायशी इलाकों में तबाही
हमले के बाद राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया. कई इमारतों के बड़े हिस्से जलकर खाक हो गए. मलबा हटाने में बचाव टीमों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. इमारतों के आसपास टूटे कांच बिखरे पड़े थे और लोग सहमे हुए बाहर बेंचों पर बैठे दिखाई दिए.
यह हमला पिछले महीने कीव पर हुए हमले (जिसमें 21 लोगों की मौत हुई थी) के बाद सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है. रूस लगातार यह दिखाना चाहता है कि उसकी लड़ाई खत्म नहीं हुई है. वहीं यूक्रेन इसे दुनिया के लिए चेतावनी बताते हुए वैश्विक सहयोग की अपील कर रहा है.
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