रूस और यूक्रेन के बीच एक ओर शांति समझौते को लेकर बात हो रही है. वहीं दूसरी ओर कुर्स्क क्षेत्र में तैनात यूक्रेनी सैनिक घिर चुके हैं. रूस ने इस दौरान आत्मसमर्पण का आह्वान किया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पुतिन से शुक्रवार को आग्रह किया था कि वे यूक्रेनी सैनिकों को बख्श दें. इस दौरान पुतिन का कहना है कि अगर सैनिक आत्मसमर्पण कर देते हैं तो वे इस अपील का सम्मान करेंगे.
ऐसे में यूक्रेन के लिए अब परीक्षा की घड़ी है. एक ओर अमेरिका उससे शांति समझौते के लिए दबाव बना रहा है. वहीं रूस की ओर से भी उसे चेतावनियों का सामना करना पड़ रहा है. आपको बता दें कि पुतिन ने शुक्रवार को रूस की सुरक्षा परिषद की बैठक में यूक्रेनी सैनिकों पर नागरिकों के खिलाफ अपराध का आरोप लगाया. इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इच्छा का सम्मान करते हुए उन्होंने कहा कि सरेंडर करने वाले सैनिकों को रिहा कर दिया जाएगा.
अमेरिका के सुर बदल चुके हैं
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बयान में बताया कि रूस की सेना ने कुर्स्क में हजारों यूक्रेनी सैनिकों को घेर रखा है. हालात बेहद खराब हैं. उन्होंने राष्ट्रपति पुतिन से अनुरोध किया है कि उनकी जान को बख्श दिया जाए. व्हाइट हाउस में बीते दिनों यूक्रेनी राष्ट्रपति वलादिमीर जेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच तीखी बहस देखने को मिली थी. उस समय ट्रंप ने जेलेंस्की को कहा था कि अगर अमेरिका साथ न खड़ा होता तो आप एक दिन भी इस युद्ध को झेल नहीं सकते थे. उस दौरान किसी तरह निर्णय नहीं बन पाया था और जेलेंस्की को बैठक छोड़कर जाना पड़ा. इस दौरान अमेरिका ने जेलेंस्की को साफ संदेश दिया कि वह अब इस युद्ध में नहींं पड़ना चाहता है. इस बैठक के बाद से अमेरिका के सुर बदल चुके हैं.
यूक्रेनी सेना की पकड़ कमजोर पड़ी
ट्रंप प्रशासन और रूस के संबंधों बेहतर दिख रहे हैं. पुतिन ने हाल ही में बयान दिया,‘कुल मिलाकर, स्थिति आगे बढ़ रही है. देखते हैं इसका क्या परिणाम निकलता है?’ अब रूस तेजी से यूक्रेन से कुर्स्क क्षेत्र को छीनने की तैयारी कर रहा है. यूक्रेनी सेना की यहां पर पकड़ काफी कमजोर हो चुकी है. अब ऐसा माना जा रहा है कि पुतिन बिल्कुल भी झुकने को तैयार नहीं हैं. रूस कुर्स्क पर अपना कब्जा चाहता है. रूस का कहना है कि यूक्रेन आत्मसमर्पण करें इसके बाद ही शांति समझौते पर बातचीत होगी.