New Update
/newsnation/media/media_files/2024/12/22/yrgAPyZyyAJVCxh5BdJX.jpg)
precious stone (social media)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
precious stone (social media)
कभी-कभी हम कीमती चीजों को पहचान नहीं पाते हैं। दिखने से आम सी चीज कभी—कभी बेहद अनमोल होती हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तरपूर्वी रोमानिया का है, जहां पर एक बुजर्ग महिला ने 3.5 किलोग्राम वजनी लाल रंग के पत्थर को मामूली समझकर अपने घर दरवाजे के डोरस्टॉपर की तरह इस्तेमाल किया। यह सिलसिला काफी सालों तक चलता रहा। इस पत्थर की कीमत 8.49 करोड़ रुपए से ज्यादा है। इसे दुनिया के कीमती पत्थरों में गिना जाता है। इसे रूमानाइट (Rumanite) कहा जाता है। इसका नाम अंबर भी है। यह पेड़ से निकलने वाले रेसिन से तैयार होता है। इसे बनने में लाखों करोड़ों साल का समय लग जाता है। सदियों बाद यह कठोर हालात में आते हैं।
इस तरह के स्टोर रोमानिया के कोल्टी गांव के बुजाऊ नदी के आसपास देखे जाते हैं। इनकी खोज को साल 1920 में गांव के अंदर एक खदान शुरू की गई थी। एक समय के बाद यह जीवाश्म में बदल जाता है। इसे आमतौर पर लोग जेमस्टोन समझने लगते हैं। बुजुर्ग महिला कोल्टी गांव की निवासी थी। एक बार घर में चोरी हुई, मगर चोर इस पत्थर को अपने साथ नहीं ले गए। उस समय यह दरवाजे के किनारे पर रखा हुआ था।
1991 में बुजुर्ग महिला की मृत्यु हो गई। उसके बाद उनकी संपत्ति के वारिस को ऐसा लगा कि अब इस पत्थर की आवश्यकता नहीं है। बाद उसे पता चला कि यह कोई आम पत्थर नहीं बल्कि बेशकीमती पत्थर है। वारिस ने इस पत्थर को रोमानियन स्टेट में बेचा था।
विशेषज्ञों की मानें तो ये पत्थर 3.8 करोड़ से 7 करोड़ वर्ष पुराना बताया गया है। प्रोविंशियल म्यूजियम ऑफ बुजाऊ के डायरेक्टर डैनियल कोस्टाचे के अनुसार, ये खोज वैज्ञानिक और पुरातात्विक बताई गई है। इसे अद्भुत बताया गया है। अब इस पत्थर को रोमानिया के नेशनल ट्रेजर में रखा गया है। बाद में यानि 2022 से इसे प्रोविशिंयल म्यूजियम ऑफ बुजाऊ में रख दिया गया।