घाना गणराज्य की संसद को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा,"आज इस प्रतिष्ठित सदन को संबोधित करते हुए मुझे अत्यंत गौरव का अनुभव हो रहा है. घाना में होना सौभाग्य की बात है, यह एक ऐसी भूमि है जो लोकतंत्र की भावना से ओतप्रोत है." घाना की संसद के सदस्यों और घाना में भारत के लोगों को स्वागत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैं इस संसद को संबोधित करते हुए गर्व महूसस हो रहा है. घाना की धरती में लोकतंत्र की आत्मा है.
भारत-घाना कूटनीति में नए युग शुरू हो चुका है
भारतीय जनता पार्टी ने एक पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने तीन दशक बाद भारत-घाना संबंधों को फिर से जीवंत किया.उनकी ऐतिहासिक यात्रा भारत-घाना कूटनीति में एक नए युग की शुरुआत है. उनकी अगुवाई में द्विपक्षीय व्यापार करीब दोगुना हो गया है.
कई गौरवमयी पलों से अफ्रीका जुड़ा
प्रधानमंत्री मोदी ने घाना की संसद को संबोधित करते हुए कहा कि भारत आज विकास की नई इबारत लिख रहा है. यह कितना सुखद सहयोग है कि भारत के कई गौरवमयी पलों से अफ्रीका जुड़ा हुआ है. जब भारत का चंद्रयान साउथ पोल पर लैंड हुआ था. तब मैं भारत में था, आज जब भारत का एक अंतरिक्ष यात्री मानवता की भलाई के लिए स्पेस में है तब भी मैं अफ्रीका में हूं.
विश्व के लिए आतंक बड़ी समस्या
प्रधानमंत्री मोदी ने घाना की संसद में आतंकवाद का भी मामला उठाया. उन्होंने कहा कि दुनिया के लिए आतंकवाद बड़ा मुद्दा और समस्या है. इसके साथ ही जलवायु परिवर्तन भी एक बड़ा मुद्दा रहा है.
भारत सबसे भले की बात करता रहा है
घाना की संसद को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, भारत सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया,सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग् भवेत् की बात करता है.
ग्लोबल उठापटक सभी के चिंता का विषय
घाना की संसद में पीएम मोदी ने कहा, ग्लोबल उठापटक सभी के लिए चिंता विषय है. ऐसे में भारत का लोकतंत्र आशा की किरण बना हुआ है. उसी तरह से भारत की विकास यात्रा ग्लोबल ग्रोथ को रफ्तार देने वाली है.
तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा भारत
प्रधानमंत्री मोदी ने घाना की संसद को संबोधित करते हुए कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा. हम पहले से ही वैश्विक विकास के करीब 16 प्रतिशत योगदान रहा है। भारत दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम का घर है। हम इनोवेशन और टेक्नोलॉजी को लेकर वैश्विक केंद्र के रूप में उभर रहे हैं। हमें गर्व से दुनिया की फार्मेसी के रूप में पहचान मिलती है।
भारत-घाना की साझेदारी पर पीएम मोदी का मत
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि घाना और भारत की साझेदारी आज के लिए नहीं बल्कि भविष्य के लिए होने वाली है. आने वाली पीढ़ियों के लिए है.अफ्रीका के साथ हमारी विकास साझेदारी डिमांड ड्राइवेन है. हमारा उद्देश्य आत्मनिर्भर इकोसिस्टम को ताकत देना और उनका निर्माण करने में सहायता करना है. इस साझेदारी को गति देने में मेरे लिए सम्मान की बात है.