Pakistan Shaheen 3 missile Test: पाकिस्तान आतंकियों का सरपरस्त है ये तो पूरी दुनिया जानती है. लेकिन पाकिस्तान खुद ही अपनी बर्बादी की वजह भी बन जाता है. कुछ ऐसा ही एक बार फिर पाकिस्तान कर बैठा है. जी हां भारत के हथियारों की ताकत देखकर पाकिस्तान में भी जोश आ गया. वह भी अपनी मिसाइलों के टेस्ट करने में जुट गया. लेकिन कहते हैं न नकल में भी अकल की जरूरत होती है. मिसाइलों के टेस्ट में पाकिस्तान एक बड़ी चूक कर बैठा. ये चूक इतनी गंभीर हो सकती थी कि पाकिस्तान पूरा तबाह भी हो सकता था. दरअसल पाकिस्तान ने शाहीन-3 मिसाइल का टेस्ट किया, लेकिन उसका ये टेस्ट फेल हो गया. लेकिन मिसाइल का टेस्ट जहां हुआ वह परमाणु केंद्र के काफी नजदीक बताया जा रहा है.
अपनी मिसाइल नहीं संभाल पा रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान की हालत यह है कि जनता और नेता तो दूर उससे अपनी मिसाइल तक नहीं संभल रही है. पाकिस्तान का शाहीन-3 मिसाइल टेस्ट फेल होना इसका सबूत है. यही नहीं टेस्ट फेल होने के साथ डेरा बुगटी में मलबा गिरना और भी ज्यादा गंभीर सवाल खड़े करता है. ये हादसा 22 जुलाई को देर शाम हुआ. जब पाकिस्तान की तकनीकी कमजोरी साफ नजर आ गई. पाकिस्तान तो ठीक उसने बलूचिस्तान के लोगों की जिंदगी को भी खतरे में डाल दिया था.
परमाणु केंद्र हो सकता था प्रभावित
पाकिस्तान की शाहीन-3 अपना निशाना चूक गई और डेरा गाजी खान में एक न्यूक्लिअर सेंटर के पास जोरदार धमाका हुआ. यही नहीं इसका मलबा बलूचिस्तान के डेरा बुगटी जिले में जा गिरा. बताया जा रहा है कि ये इलाका नागरिक बस्तियों यानी रिहायशी इलाके के काफी करीब था.
पाकिस्तान की इस हरकत ने न केवल पाक सेना की क्षमता बल्कि बलूच लोगों की जान के खतरे को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. इसे बलूचिस्तान की जनता की जान जोखिम में डालने के सबूत के तौर पर भी देखा जा सकता है.
इंटरनेट बंद, मीडिया ने घेरा
पाकिस्तान सेना ने इस असफलता के बाद आनन-फानन में इलाके का इंटरनेट बंद कर दिया है. लेकिन पाकिस्तानी मीडिया ने सरकार के जमकर घेरा है. यही नहीं सेना की क्षमता को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं. एक तरफ भारत अपने होम मेड हथियारों से दुनिया में अपनी धाक जमा रहा है वहीं पाकिस्तान से अपनी ही मिसाइल नहीं संभल रही है. संभलना तो दूर खुद की तबाही की तैयारी पाकिस्तान ने कर ली थी.
क्या है शाहीन-3 मिसाइल
बता दें कि पाकिस्तान को अपनी मिसाइल शाहीन पर काफी भरोसा था. इसके तीसरे वर्जन को पाक लॉन्च करने जा रहा था. ये सतह से सतह बैलिस्टिक मिसाइल है जो 2750 किमी की रेंज रखती है. वहीं भारत के कई शहरों जैसे मुंबई, बेंगलूरु और राजधानी दिल्ली तक इसकी पहुंच बताई जाती है.
क्यों खास है डेरा गाजी खान
पाकिस्तान की मिसाइल शाहीन-3 का मलब जहां गिरा वह जगह डेरा गाजी खान के पास बताई जा रही है. दरअसल डेरा गाजी खान एक परमाणु केंद्र है. यहां यूरेनियम का भंडार है और इसकी प्रोसेसिंग होती रहती है. 1970 से पाकिस्तान यहां पर हर दिन 10 हजार से ज्यादा यूरेनियम प्रोसेस करता है. इसे पाकिस्तानी न्यूक्लिअर प्रोग्राम का हार्ट भी कहा जाता है. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान ने अपनी मिसाइल टेस्टिंग को लेकर कितना लापरवाह है.
हालांकि ये पहली बार नहीं है इससे पहले भी पाकिस्तान ऐसे काम कर चुका है. इससे पहले पाकिस्ता ने 2023 में डेरा गाजी खान में ही मिसाइल टेस्ट फेल कर चुका है. वहीं 2021 में भी शाहीन-3 का टेस्ट फेल हुआ था. तब भी पाक की मिसाइल डेरा बुगटी के रिहायशी इलाके में गिरी थी. ऐसे ही 2022 और 2020 में भी बाबर-2 और जमशोरो मिसाइल टेस्टिंग फेल हो चुकी है.