पाकिस्तान में हर ओर तबाही का मंजर नजर आ रहा है. बलूच लिर्बेशन आर्मी के लगातार हो रहे हमलों ने देश की सैन्य ताकत को कमजोर किया है. अब आर्मी पाकिस्तान सरकार पर आरोप लगा रही है कि कमजोर शासन तंत्र के कारण इस तरह के हमले हो रहे हैं. आर्मी चीफ मुनीर इस असफलता को सरकार के पाले डाल रहे हैं. आपको बता दें कि बीते दिनों बीएलए ने कई बड़े हमले पाकिस्तान में अंजाम दिए. बलूचिस्तान में हाल ही में ट्रेन को हाईजैक कर लिया गया. इस ट्रेन में करीब 400 से अधिक यात्री सवार थे. इन यात्रियों में 180 सेना के जवान मौजूद थे. बीएलए ने 48 घंटे तक यात्रियों और सेना के जवानों को अपने कब्जे में रखा. इस घटना के बाद पाकिस्तान सेना ने अपना अभियान चलाया, लेकिन करीब 200 नागरिकों के मारे जाने का दावा बीएलए (BLA) ने किया. एक आत्मघाती हमले में सेना के ट्रक को उड़ा दिया गया. इन मामलों में सेना बैकफुट पर आ गई. अब चीजें काबू में नहीं रह गई हैं.
आर्मी चीफ अब ब्लेम गेम का खेल खेल रहे हैं. ऐसा ही कुछ परवेज मुशर्रफ ने नवाज शरीफ के समय में भी हुआ था. पाकिस्तान में इस समय हालात तख्तापलट जैसे हो गए हैं. बीएलए (BLA) के कारण पाकिस्तान की आर्मी और शहबाज सरकार आमने-सामने है. जनरल असीम मुनीर अब पाकिस्तान में आए दिन हो रही घटनाओं के पीछे सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. वह हालिया घटनाओं को लेकर शहबाज शरीफ पर आरोप लगा रहे हैं. उनका कहना है कि सरकार कमजोर है.
सुरक्ष में गिरावट के पीछे राजनेताओं का हाथ
पाकिस्तान के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर ने हालिया घटनाओं को लेकर शहबाज शरीफ सरकार को दोष दिया. उन्होंने सरकार निशाना साधा. उनका मत है कि सुरक्षा में गिरावट के पीछे राजनेताओं का हाथ है. उन्होंने संयुक्त संसदीय समिति को सुरक्षा ब्रीफिंग में कहा कि उग्रवाद से लड़ने के लिए बेहतर प्रशासन की आवश्यकता है. मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान कब तक कमजोर शासन के कारण लोगों की जान कुर्बान करेगा. इन हमलों की वजह कमजोर शहबाज शरीफ सरकार है.
तख्तापलट के बने आसार
मुनीर की इन बातों से लगता है कि सरकार आतंरिक आतंकवाद से लड़ने में सक्षम नहीं है. पाकिस्तान को एक मजबूत नेतृत्व की आवश्यक्ता है. इस तरह से बलूचों की आड़ में आर्मी चीफ मुनीर पाकिस्तान में तख्तापलट की कहानी लिख रहे हैं.