पाकिस्तान में हिंदुओं पर नहीं थम रहा जुर्म, दरगाह में नाबालिग लड़कियों का जबरन कराया जा रहा धर्म परिवर्तन और निकाह

Pakistan Hindu Girl Conversion: पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार के मामले थमने का नाम नहीं रहे. देश में हिंदू लड़कियों का अपहरण और उनका धर्म परिवर्तन कराना आम बात हो गई है. सिंध की एक दरगाह धर्म परिवर्तन का गढ़ बन गई है.

Pakistan Hindu Girl Conversion: पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार के मामले थमने का नाम नहीं रहे. देश में हिंदू लड़कियों का अपहरण और उनका धर्म परिवर्तन कराना आम बात हो गई है. सिंध की एक दरगाह धर्म परिवर्तन का गढ़ बन गई है.

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Suhel Khan
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Pakistan Hindu girl conversion

पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों का जबरन कराया जा रहा धर्म परिवर्तन Photograph: (X@voice_minority)

Pakistan Hindu Girl Conversion: पड़ोसी देश पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे. देश में लंबे समय से हिंदुओं का अपहरण और धर्म परिवर्तन के मामले सामने आते रहे हैं. ये सिलसिला अभी भी चल रहा है. हैरानी की बात तो ये है कि नाबालिग हिंदू लड़कियों का धर्म परिवर्तन का एक दरगाह में कराया जाता है और उसके बाद उन लड़कियों क निकाह भी कर दिया जाता है. 

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सूफी दरगाह में कराया जा रहा धर्म परिवर्तन

पाकिस्तान की आतंकी करतूतों से से पूरी दुनिया वाकिफ है साथ ही उसके हिंदुओं का धर्म परिवर्तन के बारे में भी हर कोई जानता है. पाकिस्तान की एक सूफी दरगाह हिंदू लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन कराने का सेंटर बन गई है. इस बात का खुलासा एक अल्पसंख्यक अधिकार संस्था ने किया है. इस संस्था ने बताया है कि पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित सूफी दरगाह में निचली जाति की नाबालिग और कम उम्र की हिंदू लड़कियों और महिलाओं का जबरन धर्म परिवर्तन कराया जाता है. इस दरगाह में धर्म परिवर्तन का ये काम सालों से चल रहा है.

नाबालिग लड़कियों का लगातार हो रहा अपहरण

पाकिस्तान के सिंध प्रांत की ये दरगार सालों से हिंदू लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन करने के लिए जानी जाती है. बता दें कि सिंध प्रांत में भील, मेघवार और कोहली जैसे आदिवासी हिंदू समुदाय के लोग सालों से रहते आ रहे हैं. इन समुदाय के लोगों का कहना है कि उनकी बेटियों का अपहरण किया जाता है, उन्हें जबरन ले जाया जाता है और मजबूर करके उनका धर्म परिवर्तन कराया जाता है.

वॉइस ऑफ पाकिस्तान माइनॉरिटी (VOPM) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इन लड़कियों में कई नाबालिग भी होती हैं. जिनकी उम्र सिर्फ 12 से 15 साल ही होती है. इसे लेकर वीओपीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि, "सिंध के उस इलाके में, जहां आबादी का 50 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा हिंदू है, वहीं सरहंदी दरगाह अब अल्पसंख्यक परिवारों के लिए डर की जगह बन गई है. लोगों को डर है कि अगर उनकी बेटियां घर से बाहर जाएं, तो हो सकता है वो कभी वापस न लौटे सकें."

हिंदूओं का धर्म परिवर्तन कराना गर्व की बात मानता है मौलवी

वहीं मानवाधिकार संस्था की मानें तो इस सूफी दरगाह का मौलवी पीर मुहम्मद अयूब जान अंसारी हिंदु लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराना अपने लिए गर्व की बात मानता है. उसे इस बात से जरा सा भी फर्क नहीं पड़ता कि वह ऐसे कर बेहद गलत कर रहा है.  बल्कि वो ऐसे कर गर्व करता है. अब तक हजारों लड़कियों का धर्म परिवर्तन करा चुका है ये बात वह खुद स्वीकार करता है.

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इस मामले पर संस्था ने चिंता जताई और इसे बेहद परेशान करने वाला बताया है. हिंदू लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन के साथ मुस्लिम पुरुषों के साथ उनका निकाह भी कराया जा रहा है. साल 2017 में कविता मेघवार और 2024 में आरजू कुमारी का भी अपहरण कर धर्म परिवर्तन कराया गया था. जिनके बारे में किसी को आज तक पता नहीं चला. 

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