पाकिस्तान के आर्थिक हाताल से थोड़ा बहुत उबरने के लिए अब अपनी सरकारी संपत्तियों और एयरलाइंस को बेचने की तैयारी कर रहा है, जो पाकिस्तान की सरकार शहबाज़ शरीफ के गले की हड्डी बन चुका है, जानकारी के मुताबिक़ शहबाज़ शरीफ पाकिस्तान की एयरलाइन कंपनी पीआईए को बेचने के लिए कस्टमर ढूंढ रहे हैं, लेकिन कोई भी इंडस्ट्री इस घाटे में चल रही एयरलाइन पीआईए को खरीदना नहीं चाहता और ऐसे समय जब भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय एयर स्पेस को 30 अप्रेल से 23 मई तक के लिए बंद कर दिया है. इससे पाकिस्तान को ख़ासा नुकसान हो रहा है जिससे पाकिस्तान सरकार जल्द से जल्द छुटकारा पाना चाहती है.
एयरलाइंस को बेचने की तैयारी में पाकिस्तान
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक़ पाकिस्तान के आर्थिक हाताल से थोड़ा बहुत उबरने के लिए अब अपनी सरकारी संपत्तियों और एयरलाइंस को बेचने की तैयारी कर रहा है, जो पाकिस्तान की सरकार शहबाज़ शरीफ के गले की हड्डी बन चुका है. जानकारी के मुताबिक़ शहबाज़ शरीफ पाकिस्तान की एयरलाइन कंपनी पीआईए को बेचने के लिए कस्टमर ढूंढ रहे हैं, लेकिन कोई भी इंडस्ट्री इस घाटे में चल रही एयरलाइन पीआईए को खरीदना नहीं चाहता और ऐसे समय जब भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय एयर स्पेस को 30 अप्रेल से 23 मई तक के लिए बंद कर दिया है. इससे पाकिस्तान को ख़ासा नुकसान हो रहा है, जिससे पाकिस्तान सरकार जल्द से जल्द छुटकारा पाना चाहती है.पाकिस्तान की एकलौती एयरलाइंस कंपनी पीआईए को शहबाज़ शरीफ़ सरकार बेचने के लिए बोली लगाने की तैयारी में है. इससे पहले भी पाकिस्तान सरकार ने एयरलाइंस को बेचने के लिए प्लान बनाया था, लेकिन किसी भी कंपनी ने घाटे में चल रही कंपनी में पैसा लगाना उचित नहीं समझा और ऐसे में एयरलाइंस कंपनी का घाटा भी बढ़ता जा रहा है.
अक्टूबर 2024 में पाकिस्तान सरकार ने पीआईए के लिए निजी कंपनियों को बोली लगाने के लिए आवेदन मंगवाए थे. उस समय सिर्फ एक ही कंपनी जो रियल स्टेट में काम करती थी. उसी ने इंटरेस्ट जताया था, लेकिन उससे भी डील नहीं हो पाई जिसके बाद पीआईए पर कर्ज़े को बोझ लगातार बढ़ता चला गया.
60 फ़ीसदी हिस्सेदारी के लिए मांगे 30 करोड़ डॉलर
पाकिस्तान के आर्थिक हालात बहुत ख़राब हो चुके हैं, जिसके चलते सरकारी कंपनियों को लगातार नुकसान पे नुकसान हो रहा है. पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय एयरलाइंस यानी पीआईए को पाकिस्तान सरकार 30 करोड़ डॉलर में बेचने का प्लान बना चुकी है और 40 फ़ीसदी हिस्सेदारी पाकिस्तान सरकार के हाथ में होगी. हालांकि इस डील में ख़रीददार तो कोई नहीं मिला, एक रियल स्टेट कंपनी ने 10 गुना कम रेट पर इसे सिर्फ 3 करोड़ डॉलर की खरीदने की पेशकश की और वो भी तब जब पाकिस्तान सरकार बोर्ड का नियंत्रण भी प्राइवेट कंपनी को दे ताकि पाकिस्तान सरकार का दख़ल कम से कम हो लेकिन पाकिस्तान सरकार ने इस पर स्वीकृति नहीं दी.
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के लिए अगली बोली जून 2025 में
पाकिस्तान सरकार के पास अब इतना पैसा नहीं है कि नए विमान खरीद सके, पुराने हो चुके विमान उड़ान के लिए भी बेहतर नहीं है. पीआईए ने करीब 34 से ज्यादा फ्लाइट्स को ग्राउंडेड कर दिया है और एयरलाइंस का सौदा करने के लिए प्राइवेट कंपनी को सौपने के लिए 3 जून 2025 की तारीख़ तय की गई है, लेकिन पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद स्थितियां पूरी तरह बदल गई है सूत्रों की माने तो इस ताऱीख़ को आगे बढ़ा दिया गया है.