पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को पाकिस्तान सरकार को लेकर विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा कि वह केवल सैन्य प्रतिष्ठान के साथ बातचीत करना चाहेंगे. इमरान ने पाकिस्तान सरकार को “कठपुतली” बताया. उन्होंने कहा, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सरकार के साथ बातचीत पूरी तरह से निरर्थक है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक इमरान खान अगस्त 2023 से जेल में कैद हैं. अप्रैल 2022 में उनकी सरकार के सत्ता से बाहर होने के बाद से उन्हें कई मामलों का सामना करना पड़ रहा है.
सरकार ने पहले ही दो महीने बर्बाद कर दिए हैं: इमरान खान
खान ने एक्स पर लिखा, "कठपुतली पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सरकार के साथ बातचीत करना बेकार है. इस सरकार ने पहले ही दो महीने बर्बाद कर दिए हैं. इसका एकमात्र उद्देश्य झूठे अधिकार को बनाए रखना है. इसके पास कोई वास्तविक शक्ति नहीं है." उन्होंने आगे कहा, "बातचीत केवल उन लोगों के साथ होगी जो वास्तव में सत्ता में हैं (सैन्य प्रतिष्ठान). मुझे कठिनाई का डर नहीं है क्योंकि मेरा संकल्प मजबूत है."
खान ने आरोप लगाया कि मनगढ़ंत राजनीतिक मामले, जबरन अपहरण और जबरन प्रेस कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य पीटीआई सदस्यों को सार्वजनिक रूप से पार्टी से अलग होने के लिए मजबूर करना है. उन्होंने कहा, "ये साबित करता है कि कानून का शासन पूरी तरह से खत्म है. अब हमारे पास जंगल का कानून है."
किसी ने भी मुझसे बातचीत के लिए संपर्क नहीं किया: खान
इमरान खान ने 9 मई, 2023 की घटनाओं से जुड़े मुकदमों की निंदा की. इसे पीटीआई को बर्बाद करने के लिए एक “झूठा अभियान” बताया, उन्होंने कहा, “आज तक कोई सीसीटीवी फुटेज पेश नहीं किया गया है.” खान ने कहा, “किसी ने भी मुझसे बातचीत के लिए संपर्क नहीं किया है. इसके विपरीत दावा करने वाली खबरें पूरी तरह से झूठी हैं.”
एक्स पर दिए गए बयानों में उल्लेख किया गया है कि इमरान खान रावलपिंडी की अदियाला जेल से अपने संदेशों को वकीलों के संग साझा करते हैं. इसके बाद उन्हें अपने अकाउंट पर पोस्ट करते हैं. इससे पहले, खान ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर की फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नति की भी आलोचना की थी. उन्होंने एक्स पर एक बयान में कहा था कि “राजा” की उपाधि अधिक उपयुक्त होती.