पाकिस्तान ने की एयर स्ट्राइक, दहला देश, हमले में 10 की मौत

अफ़गानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा पर हालात बेकाबू हो गए हैं. ताजा संघर्ष पाकिस्तान द्वारा रात भर किए गए हवाई और ड्रोन हमलों से उपजा है, जिनमें कथित तौर पर अफगान सीमा के भीतर आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया है.

अफ़गानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा पर हालात बेकाबू हो गए हैं. ताजा संघर्ष पाकिस्तान द्वारा रात भर किए गए हवाई और ड्रोन हमलों से उपजा है, जिनमें कथित तौर पर अफगान सीमा के भीतर आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया है.

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Ravi Prashant
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पाकिस्तान स्ट्राइक (सिंबोलिक एआई इमेज) Photograph: (Freepik Ai)

अफगानिस्तान और पाकिस्तान के सीमा क्षेत्रों में एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हो गए हैं. ताजा विवाद की वजह है पाकिस्तान द्वारा रात भर चलाए गए हवाई और ड्रोन हमले, जिनका निशाना अफगान सीमा के भीतर मौजूद आतंकी ठिकानों को बताया गया. जानकारी के अनुसार ये हमले अफगानिस्तान के कुनर, पकटीका और खोस्त प्रांतों में हुए. पाकिस्तान का दावा है कि यहां तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) और उसके जुड़े संगठन जमत-उल-अहरार के ठिकाने सक्रिय थे. लेकिन अफगान सरकार इन हमलों को घातक और नागरिकों के खिलाफ बताकर विरोध दर्ज करा रही है.

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सबसे अधिक नुकसान कहां हुआ? 

अफगान तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद के अनुसार सबसे ज्यादा नुकसान खोस्त प्रांत में हुआ, जहां एक घर पर हुए हमले में 10 नागरिकों की मौत हो गई. इनमें नौ बच्चे और एक महिला शामिल बताई गई है. उन्होंने यह भी कहा कि कुनर और पकटीका में हुए हमलों में चार नागरिक घायल हुए हैं. वहीं स्थानीय सूत्रों का कहना है कि पकटीका के बर्मल इलाके में एक वाहन को ड्रोन से निशाना बनाया गया, जो एक मेहमानखाने (हुजरा) के पास खड़ा था। रात करीब आधी रात के बाद जोरदार धमाके हुए, जिससे इलाके में दहशत फैल गई.

इसी इलाके में मारा गया था उमर 

बर्मल वही इलाका है जहां 2022 में जमात-उल-अहरार के पूर्व कमांडर उमर खालिद खोरासानी की मौत हुई थी. इसी संगठन ने कुछ दिन पहले पेशावर में फ्रंटियर कॉर्प्स के मुख्यालय पर आत्मघाती हमला किया था, जिसमें सुरक्षा बलों के जवान मारे गए. पाकिस्तान का कहना है कि इन हमलों के पीछे अफगान सीमा पार से सक्रिय आतंकी नेटवर्क का हाथ है और इन्हें अफगानिस्तान की जमीन से मदद मिल रही है.

पिछले कई महीनों से दोनों देशों के बीच तनाव

पिछले कुछ महीनों में दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा है. अक्टूबर में सीमा पर हुई गोलीबारी में दर्जनों लोगों की मौत के बाद तुर्की में वार्ता हुई थी, लेकिन सीमा पार आतंकी गतिविधियों पर मतभेद के कारण समझौता टिक नहीं सका. अब ताजा बमबारी ने इस रिश्ते को फिर संकट में डाल दिया है. अफगान तालिबान ने इसे संप्रभुता पर हमला बताया है और चेतावनी दी है कि नागरिकों की मौत का जवाब दिया जाएगा. वहीं पाकिस्तान का कहना है कि उसकी कार्रवाई सुरक्षा खतरे के खिलाफ थी और आगे भी जारी रह सकती है.

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