इस देश के नागरिक पेट्रोल-डीजल के लिए काफी परेशान हो रहे हैं. इसके लिए उन्हें कई दिनों तक लाइन में लगाना पड़ रहा है. यह सुनने में अविश्वसनीय लग रहा है. मगर यह बिल्कुल हकीकत है. दक्षिण अमेरिका के देश बोलीविया में नागरिक आजकल इस तरह की समस्याओं से गुजर रहे हैं. यहां ईंधन सबसे अधिक दुर्लभ वस्तु की तरह है. लोगों को कई घंटे लाइन में लगना पड़ रहा है. यह देश प्राकृतिक गैस का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक कहा जाता है.
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दक्षिण अमेरिकी देश बोलिविया प्राकृतिक गैस का सबसे बड़ा उत्पादक माना जाता है. यहां आजकल पेट्रोल पंपों के बाहर कई किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें लगी रहती हैं. कुछ वाहन कई दिनों तक लाइन में खड़े नजर आते हैं. लोगों के बीच निराशा बढ़ रही है. यहां पर आलम यह है कि वाहन चालक लाइनों में खड़े अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. वह आसपास खाते-पीते और सोते दिख रहे हैं.
भयानक होते हालात
वाहन चालकों की कतारें लगातार लंबी हो रही हैं. मंगलवार को एक शख्स चार घंटे कतार में खड़ा रहा. उसे शौचालय जाना था, मगर उसे इस बात का डर था कि कतार से हटने पर अपनी जगह से हाथ धोना पड़ सकता है. लोग अब लाइनों में खड़े-खड़े थक चुके हैं.
दोहरी चुनौतियों में घिरा देश
बोलीविया ईंधन की कमी को लेकर परेशान है. यहां पर विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से घट रहा है. इसकी वजह से बोलीविया के लोगों को अमेरिकी डॉलर नहीं मिल पा रहे हैं. यहां पर आयातित सामान दुर्लभ हो गए हैं. बताया ला रहा है कि डॉलर की कमी और खाद्य कीमतों में वृद्धि से निपटने के लिए लोग प्रभावी समाधान चाहते हैं.
संकट के जल्द खत्म होने की उम्मीद नहीं
इन परेशानियों जूझ रहे आम नागरिकों ने राजधानी ला पाज की सड़कों पर पैदल मार्च निकाला. ‘सब कुछ महंगा है’ के नारे लगाए. इस दौरान अर्थव्यवस्था मंत्री मार्सेलो मोंटेनेग्रो ने बताया, ‘डीजल की बिक्री सामान्य होने की प्रक्रिया जारी है. ’ बोलीविया के राष्ट्रपति लुइस आर्से ने बार-बार ईंधन की कमी को खत्म करने को लेकर बुनियादी वस्तुओं के दाम कम करने का आश्वासन दिया है. इससे पहले उन्होंने 10 नवंबर को जनता से वादा किया था कि अगले 10 दिनों में समस्या का समाधान निकाल लिया जाएगा. हालांकि जनता को इस संकट के जल्द खत्म होने की उम्मीद नहीं लग रही है.