/newsnation/media/media_files/2025/08/21/donald-trump-adviced-by-american-on-tariff-2025-08-21-13-38-10.jpg)
Trump Tariff: रूस से तेल खरीदने पर अमेरिका ने भारत के खिलाफ बड़ा कदम उठाया. ट्रंप ने सेकेंडरी टैरिफ लगा दिया जो 27 अगस्त से लागू हो जाएगा. हालांकि पहले इस बात की संभावना जताई जा रही थी कि भारत और अमेरिका के बीच समझौता हो जाएगा तो ये टैरिफ कैंसिल हो सकता है. लेकिन अब ये संभावना भी खत्म हो गई है. लेकिन खास बात यह है कि ट्रंप के इस टैरिफ को लेकर अमेरिका में भी भारत के समर्थन में आवाज उठने लगी है. ताजा मामला उन्हीं की पार्टी रिपब्लिकन नेता निक्की हेली का है. जिन्होंने भारत पर लगाए टैरिफ को सबसे बड़ी भूल बताया. बता दें कि सिर्फ निक्की हेली ही नहीं बल्कि अमेरिका के और भी दिग्गज ट्रंप के इस फैसले को गलत बचा चुके हैं.
क्या बोलीं निक्की हेली
यूएस में पूर्व अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने साफ तौर पर कहा है कि अमेरिका और भारत के संबंधों के दोबारा पटरी पर लाना होगा. यूएस-इंडिया के बीच कोई भी दरार चीन को भारत के करीब ले आएगी. उन्होंने कहा कि चीन का मुकाबला करना है तो अमेरिका को भारत से अच्छा साथ नहीं मिल सकता है. हेली ने कहा कि अमेरिका को भारत के साथ मतभेदों के दूर करने और संबंधों को बेहतर करने पर फोकस करना चाहिए. यही नहीं निक्की हेली ने ट्रंप को नसीहत दी है कि भारत से रिश्ते सुधारने में जितनी जल्दबाजी दिखाई जाए उतना अच्छा है.
अमेरिकी अर्थशास्त्री ने भी टैरिफ फैसले को बताया गलत
निक्की हेली से पहले अमेरिका के दिग्गज अर्थशास्त्री ने भी ट्रंप टैरिफ को गलत बताया है. पब्लिक पॉलिसी एनालिस्ट और कोलंबिया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जेफरी डेविड ने ट्रंप के करीबी सलाहकार माने जाने वाले सांसद लिंडसे ग्राहम को मूर्ख सीनेटर बताया. उन्होंने कहा कि भारत पर टैरिफ लगाना गलत फैसला है. यही नहीं कहा कि यह अब तक की अमेरिकी विदेश नीति का सबसे मूर्खतापूर्ण रणनीतिक कदम है. उनके इस फैसले ने न सिर्फ भारत से रिश्ते बिगाड़ने का काम किया है बल्कि ब्रिक्स को रातोंरात एकजुट करने में भी मदद की है.
अमेरिकी ब्रोकिंग फर्म का दावा, यूटर्न तय तो तय है
वहीं दूसरी तरफ अमेरिका की ब्रोकिंग फर्म जेफरी की ओऱ से भी ट्रंप टैरिफ को लेकर प्रतिक्रिया सामने आ चुकी है. जेफरी के मुताबिक ये बहुत गलत फैसला है. यही नहीं जेफरी ने अपने ग्राहकों को भारत में बिकवाली की जगह खरीदारी करने की नसीहत दी है. इस नसीहत के साथ ही जेफरी ने दावा किया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों का यू-टर्न होना तय है. फर्म के प्रमुख एनालिस्ट क्रिस्टोफर वुड के मुताबिक भारत में निवेश और बढ़ाने का वक्त है क्योंकि ट्रंप अपने फैसले को जरूर पलटेंगे.
यह भी पढ़ें - चीन से बढ़ी हमारी दोस्ती तो आ गया अमेरिका का बयान, जानें भारत को क्यों बताया जरूरी